2002 दंगों पर बनी डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर विवाद, धारा 144 लागू
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सूरत: गुजरात के 2002 दंगों पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर विवाद अब गहराता जा रहा है। इसे लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रॉक्टर रजनी अब्बी ने पहले ही दिल्ली पुलिस को खत लिखकर उचित कार्रवाई की बात कही है।
बीबीसी डॉक्यूमेंट्री का विवाद जेएनयू व जामिया से चलकर दिल्ली यूनिवर्सिटी पहुंच गया है। एनएसयूआई केरला द्वारा आर्ट फैकल्टी में आज स्क्रीनिंग के लिए 4:00 बजे का समय दिया था। लेकिन इसका आयोजन नहीं हो सका। कोई विवाद ना हो इसलिए गेट के बाहर भारी पुलिस बल तैनात है। पुलिस ने धारा 144 भी लगा दी है। वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित अंबेडकर यूनिवर्सिटी से शुक्रवार को डॉक्यूमेंट्री के स्क्रीनिंग की बात सामने आई है। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने वहां की बिजली ही काट दी है। इसके चलते छात्र पहले से ही डाउनलोड की हुई डॉक्यूमेंट्री अपने फोन और लैपटॉप पर देख रहे हैं। इसके अलावा एबीवीपी छात्रों ने विरोध में तोड़फोड़ की।
गौरतलब है कि 24 जनवरी को पश्चिम बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी में डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के बाद इसके पूरे देश के विश्वविद्यालयों में इसके स्क्रीनिंग की बात कही थी। इसी को देखते हुए एहतियात के तौर पर डीयू की प्रॉक्टर रजनी अब्बी ने दिल्ली पुलिस को इस संबंध में पत्र लिखा है।