रामनवमी शोभायात्रा में डीजे पर प्रतिबंध का विवाद गहराया, सांसद और विधायक ने किया ये ऐलान
अनशन कर रहे लोगों से कई नेताओं ने भी मुलाकात की।
रांची (आईएएनएस)| हजारीबाग की प्रसिद्ध रामनवमी शोभायात्रा के दौरान डीजी पर प्रतिबंध लगाने और शहर में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू करने पर जबर्दस्त विवाद पैदा हो गया है। जिला प्रशासन के इस आदेश के खिलाफ रामनवमी शोभायात्रा के आयोजन से जुड़े चार लोग पिछले पांच दिनों से अनशन पर बैठे हैं। हजारीबाग के भाजपा सांसद जयंत सिन्हा और विधायक मनीष जायसवाल ने भी प्रशासन के आदेश पर विरोध जताते हुए ऐलान किया है कि शहर में रामनवमी परंपरागत तरीके से मनाई जाएगी।
इधर इसी मुद्दे पर दर्जन भर लोगों का जत्था सोमवार को हजारीबाग से पैदल चलकर इस मुद्दे पर अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए रांची पहुंचा। जिला प्रशासन के आदेश के विरोध में चार दिनों से अनशन पर बैठे हिंदू प्रचारक अजय सिंह की तबीयत बिगड़ गई। प्रशासन ने उन्हें हॉस्पिटल में दाखिल कराने की कोशिश की, लेकिन उन्हें अनशन स्थल से हिलने से इनकार कर दिया। इसके बाद चिकित्सकों की टीम भेजकर उनके स्वास्थ्य की जांच कराई गई और दवाइयां दी गईं। अजय सिंह के अलावा अमन और बप्पी उर्फ करण भी इसी मांग के साथ अनशन कर रहे हैं। अनशन कर रहे लोगों से कई नेताओं ने भी मुलाकात की। सदर विधायक मनीष जायसवाल धरना स्थल पर पहुंचे और अनशन पर बैठे लोगों को हालचाल जाना।
बता दें कि रामनवमी इस साल 30 मार्च को मनाई जाएगी। हजारीबाग शहर में इस मौके पर लगातार तीन रोज लगातार गाजे-बाजे के साथ शोभायात्राएं निकाले जाने की तैयारी है। तीनों दिन डेढ़ सौ से ज्यादा अखाड़ों की ओर से निकाली जाने वाली झांकियों के साथ लाखों लोग पूरी रात सड़कों पर रहते हैं। भाजपा सांसद जयंत सिन्हा और विधायक मनीष जायसवाल का कहना है कि रामनवमी महोत्सव हजारीबाग ही नहीं, पूरे झारखंड की धार्मिक-सांस्कृतिक पहचान है। सरकार और प्रशासन की ओर से इसे बाधित करने का प्रयास किया जा रहा है।