सनातन धर्म पर विवादित बयान, मंत्री के खिलाफ हुआ अनोखा प्रदर्शन
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इंदौर: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन की सनातन और हिन्दू धर्म पर टिप्पणी को लेकर सियासी हंगामा मचा हुआ है। जनमानस में भी इसका मुखर विरोध किया जा रहा है। देश भर में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है। मध्य प्रदेश के इंदौर में अनोखा प्रोटेस्ट हो रहा है। यहां लोगों ने मंदिर की सीढ़ियों पर उदयनिधि स्टालिन की फोटो चिपकाई है। मंदिर में भक्त इस पैर रखकर आ जा रहे हैं।
बीते दिनों उदयनिधि ने एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए सनातन धर्म की तुलना डेंगू मलेरिया और कोरोना से की थी। उदयनिधि ने कहा था कि सनातन का सिर्फ विरोध नहीं, बल्कि इसे खत्म कर देना चाहिए। जिसके बाद देश भर में जमकर विरोध हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक, हिंदू जागरण मंच के द्वारका जिले के कार्यकर्ताओं ने अपने क्षेत्र में मौजूद एक मंदिर की सीढ़ी पर उदयनिधि स्टालिन का एक फोटो लगा दिया। मंदिर में जो भी भक्त भगवान के दर्शन करने के लिए मंदिर में आ रहे हैं, पहले उदय निधि के फोटो पैर रख अपने पैर साफ कर रहे हैं उसके बाद मंदिर के अंदर प्रवेश कर रहे हैं। विरोध के इस अनोखे तरीके का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल भी हो रहा है।
हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक कन्नू मिश्रा का कहना है कि उदयनिधि स्टालिन ने जिस तरह से सनातन को लेकर टिप्पणी की है उसके चलते उनका अलग तरह से विरोध किया जा रहा है और आगे भी इसी तरह से उनका विरोध अलग-अलग जगह पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश के करोड़ों हिन्दुओं कि भावनाओं को ठेस पहुंची है। आस्था और धर्म के साथ इस तरह का बेहूदा मजाक और टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
गौरतलब हो पिछले दिनों प्रसिद्ध कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने भी सनातन धर्म पर टिप्पणी करने वालों को डेंगू और मलेरिया तक कहकर संबोधित किया है। उन्होंने कहा था कि इस तरह की अभद्र और एक धर्म विशेष के खिलाफ टिप्पणी से साफ है कि वो हिन्दुओं के बहुत बड़े दुश्मन हैं।
उदयनिधि ने अपने बयान सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी। उदयनिधि ने कहा था, "सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि इसे समाप्त ही कर देना चाहिए।" उदयनिधि ने सनातन उन्मूलन सम्मेलन में दिए बयान में कहा था, "सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। हम डेंगू मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें मिटाना है। इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है।''