दुष्कर्म पर विवादित: उर्फी जावेद ने मंत्री शांति धारीवाल को बताया 'बीमार सोच वाला'
उर्फी जावेद टीवी की उन अभिनेत्रियों में से एक हैं
उर्फी जावेद टीवी की उन अभिनेत्रियों में से एक हैं, जो अपनी बोल्डनेस के अलावा बेबाक बयानबाजी के लिए भी चर्चा में रहती हैं। वह कई मुद्दों पर खुलकर बात करती हैं। अब उर्फी जावेद ने दुष्कर्म को लेकर दिए एक नेता की ओर से दिए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने फैंस से अपील की है कि अपने नेता को सोच समझकर चुनना चाहिए।
दरअसल राजस्थान के मंत्री शांति धारीवाल ने हाल ही में विधानसभा में राज्य में ज्यादा हो रहे दुष्कर्म के मामलों पर विवादित बयान दिया। शांति धारीवाल ने विधानसभा में कहा कि दुष्कर्म के मामले में हम नंबर वन हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है। हम इसके बारे में क्या कर सकते हैं। उनके इस बयान की कई लोगों ने खूब आलोचना की है। वहीं, शांति धारीवाल के बयान पर उर्फी जावेद ने भी गुस्सा जाहिर किया है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर यह प्रतिक्रिया दी है। उर्फी जावेद सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं। वह अपने फैंस से जुड़े रहने के लिए खास तस्वीरें और वीडियो भी शेयर करती रहती हैं। उर्फी जावेद ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट की स्टोरी पर मंत्री शांति धारीवाल के विवादित बयान से जुड़ी जानकारी शेयर की है। जिसके साथ अभिनेत्री फैंस को अपना नेता सोच-समझकर चुनने की बात कही है।
उर्फी जावेद ने कैप्शन में लिखा, 'कृपया करते क्या हम अपने नेताओं को समझदारी से चुन सकते हैं! यह इंसान कितनी बीमार सोच वाला है।' सोशल मीडिया पर उर्फी जावेद का यह पोस्ट खूब वायरल हो रहा है। अभिनेत्री के फैंस उनकी पोस्ट को खूब पसंद कर रहे हैं। साथ ही कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आपको बता दें कि दुष्कर्म को लेकर शांति धारीवाल के विवादित बयान से प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। विधानसभा में इस बयान पर जमकर हंगामा हुआ। हंगामे की वजह से विधानसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित हुई।
सदन में अपनी टिप्पणी को लेकर विपक्षी विधायकों के हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने गुरुवार को माफी मांगते हुए कहा कि मेरी जुबान फिसल गई है। भाजपा ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और उनके इस्तीफे की मांग की। धारीवाल ने कहा कि जुबान फिसलने के लिए मुझे खेद है। मैं रेगिस्तानी राज्य के लिए कुछ कहना चाहता था। मैं व्यक्तिगत रूप से महिलाओं का सम्मान करता हूं और आगे भी करता रहूंगा। अगर मेरी टिप्पणियों से किसी को ठेस पहुंची है, तो मैं माफी मांगता हूं।
बुधवार को उन्होंने पुलिस विभाग को अनुदान की मांग के जवाब में कुछ टिप्पणी की थी, जिसे विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने महिलाओं, जनता और बहादुर पुरुषों का अपमान कहा था। बाद में उन्हें निष्कासित कर दिया गया। हालांकि स्पीकर सीपी जोशी ने कटारिया से प्रश्नकाल के दौरान मामला नहीं उठाने को कहा, लेकिन विपक्ष ने हंगामा जारी रखा और धारीवाल के इस्तीफे की मांग की। अध्यक्ष ने कहा कि धारीवाल ने उनके कक्ष का दौरा किया था और स्वीकार किया था कि उनकी टिप्पणी अनजाने में थी।
इस बीच, शांति धारीवाल के बयान पर वीरवार को प्रदेश की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने ट्वीट में लिखा कि संसदीय कार्य मंत्री के घृणित बयान से व्यथित हूं। सदन में मुस्कराते हुए दुष्कर्म मामलों में राजस्थान को देश का नंबर वन प्रदेश स्वीकार करते हुए राजस्थान तो वैसे भी मर्दों का प्रदेश रहा है, अब क्या करें। कहना स्पष्ट करता है कि कांग्रेस सरकार ने दुष्कर्मियों के आगे घुटने टेक दिए हैं। धारीवाल के इस बयान पर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। विधानसभा में इस बयान पर जमकर हंगामा हुआ। हंगामे की वजह से विधानसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित हुई।