पश्चिम बंगाल में कैदियों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. दमदम केंद्रीय संशोधनागार में एक कैदी की मौत की एक और घटना घटी है. मृतक का नाम पंचम साव (55) है. उसका घर नोआपाड़ा थाना अंतर्गत गरुलिया मुस्लिम पाड़ा में है. जेल सूत्रों के अनुसार 24 जून 2019 को नोआपाड़ा थाना क्षेत्र के 399/402/ईएस मामले में उसे सजा मिली थी. पुलिस ने उसे विस्फोटक के साथ गिरफ्तार किया था. 29 जून 2019 को उन्हें दमदम जेल में लाया गया था. शनिवार की सुबह सेल नंबर 2/2 में बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा. यह देख अन्य कैदियों ने जेल अधिकारियों को सूचना दी. जब उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया तो उसे मृत घोषित कर दिया गया.
बता दें कि पिछले सप्ताह जलपाईगुड़ी सहित दक्षिण 24 परगना जिले में पांच कैदियों की मौत हुई थी. दक्षिण 24 परगना में जिन कैदियों की मौत हुई थी, वे सभी विचाराधीन कैदी थे, जबकि जलपाईगुड़ी में जिस कैदी की मौत हुई थी. वह सजाप्राप्त था. परिजनों ने जेल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया था.
दूसरी ओर, दमदम जेल में मजिस्ट्रियल पूछताछ के बाद पंचम के शव को पोस्टमार्टम के लिए सागर दत्ता अस्पताल भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चलेगा. जेल सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक अनुमान यह है कि मृत्यु शारीरिक बीमारी के कारण हुई है. ऐसे में सवाल उठता है कि कैदी को शारीरिक रूप से बीमार होने के बावजूद उचित इलाज क्यों नहीं दिया गया. बता दें कि शुक्रवार को भी दमदम सेंट्रल जेल के परित्यक्त ऑपरेशन थियेटर के पिछले हिस्से में कैदी का लटका हुआ शव मिला था. उसके गले में पट्टियां बंधी हुई थी. कैदी राहुल कुमार सिंह का शव मिलने से जेल परिसर में सनसनी फैल गई थी.