30 करोड़ मिलते ही धर्मशाला में सीयू कैंपस बनना हो जाएगा शुरू: अनुराग ठाकुर
धर्मशाला। 14 साल से लटके केंद्रीय विश्वविद्यालय पर प्रदेश की राजनीति फिर से गर्माने लगी है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को पत्रकारों से साथ बातचीत के दौरान कहा कि सीयू के निर्माण के लिए केंद्र सरकार का रुख बिल्कुल साफ है तथा केंद्रीय विश्वविद्यालय 2 जगहों पर बनना तय है। …
धर्मशाला। 14 साल से लटके केंद्रीय विश्वविद्यालय पर प्रदेश की राजनीति फिर से गर्माने लगी है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को पत्रकारों से साथ बातचीत के दौरान कहा कि सीयू के निर्माण के लिए केंद्र सरकार का रुख बिल्कुल साफ है तथा केंद्रीय विश्वविद्यालय 2 जगहों पर बनना तय है। देहरा में भवन निर्माण का कार्य औपचारिकताएं पूर्ण होने के बाद चला हुआ है। वहीं धर्मशाला के परिसर की भी अनुमति केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय द्वारा दे दी गई है। अब प्रदेश सरकार द्वारा 30 करोड़ रुपए की राशि जमा करवाना शेष है, जिसके बाद धर्मशाला कैंपस में भी कार्य शुरू हो जाएगा। अब सरकार पर निर्भर करता है कि वह कब पैसे जमा करवाएगी और काम शुरू करवाएगी। गौरतलब है कि धर्मशाला में केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण को जल्द शुरू करने के लिए समाजसेवी संगठन तथा स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं।
गग्गल एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में अनुराग ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2024 धर्म जगत में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होगा, जब आयोध्या की रामनगरी पूरे विश्व में आस्था का केंद्र बनेगी। उन्होंने कहा कि जिन राम भक्तों को 22 जनवरी को अयोध्या धाम आने का निमंत्रण मिला है, वे अवश्य आयोध्या आएं और जिन्हें नहीं मिला है वे घरों में दीपमाला करके प्रभु श्रीराम जी का गुणगान करें। आम आदमी पार्टी को देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी का नाम देते हुए अनुराग ने कहा कि आम आदमी पार्टी वह पार्टी है जो राजनीति में आने से पहले अपनी ईमानदारी का ढिंढोरा पीटती थी। अनुराग ठाकुर ने कहा कि केंद्र की ओर से हिमाचल प्रदेश को पर्याप्त राहत प्रदान की गई है, लेकिन आश्चर्यजनक बात है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा इस बात को स्वीकार नहीं किया गया। ठाकुर ने बुधवार को यहां एक समारोह से इतर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हिमाचल प्रदेश से बहुत लगाव है और उन्होंने राज्य को एम्स, आई.आई.आई.टी., राष्ट्रीय राजमार्ग, केंद्रीय विश्वविद्यालय और रेलवे जैसे संस्थान दिए हैं। कांग्रेस नेताओं को झूठे आरोप लगाने के बजाय आत्ममंथन करना चाहिए और देखना चाहिए कि संकट के दौरान उन्होंने लोगों के लिए क्या किया है।