देश को अशांत करने की साजिश बेनकाब, इस गिरोह के 3 लोग गिरफ्तार

जानें मामला।

Update: 2021-12-29 07:58 GMT

पटियाला: विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर पंजाब को अशांत करने की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. पटियाला पुलिस ने भारत विरोधी प्रचार सामग्री के साथ (भारत की एकता और अखंडता के खिलाफ) एसएफजे यानी सिख फॉर जस्टिस गिरोह के 03 सदस्यों को गिरफ्तार किया है.

पटियाला के एसएसपी एस. हरचरण सिंह भुल्लर ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि हाल की घटनाओं और आगामी चुनावों को देखते हुए पटियाला पुलिस को देश विरोधी तत्वों के खिलाफ अभियान में सफलता मिली है. 26 दिसंबर को एक महिला और दो पुरुषों को गिरफ्तार किया गया था.
गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों से बड़ी मात्रा में खालिस्तान समर्थक और भारत विरोधी सामग्री मिली थी. इन सामग्रियों में खालिस्तान बनाने के लिए जनमत संग्रह कराने के लिए लोगों को वोट देने के लिए उकसाकर विभिन्न धार्मिक स्थलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पंजीकरण फॉर्म बांट रहे थे.
एसएसपी भुल्लर ने इस मामले को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि राजपुरा सकर्ल के डीएसपी गुरबन सिंह के नेतृत्व में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोग खालिस्तान के पक्ष में प्रचार कर रहे थे.
खालिस्तान बनाने के लिए जनमत संग्रह के लिए निर्दोष लोगों से वोट करने का आग्रह कर वे विभिन्न धार्मिक स्थलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर वोटिंग रजिस्ट्रेशन फॉर्म बांट रहे थे.
अधिकारी ने कहा कि आरोपी खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिख रहे थे और विभिन्न धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर खालिस्तान जिंदाबाद और आजादी का एकमात्र समाधान खालिस्तान के पोस्टर चिपका रहे थे.
पुलिस के मुताबिक ये पोस्टर और अन्य मुद्रित सामग्री जगमीत सिंह की मां जसवीर कौर, पत्नी और पुत्र अर्जन सिंह (फ्लैट संख्या 1820/5) बनूर के हाउसफेड सोसायटी में रहकर उपलब्ध करा रही थीं.
इन आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए, 505 (2) 505 (3) 120 बी के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. आरोपियों से बड़ी मात्रा में प्रिंट और अन्य प्रचार सामग्री बरामद की गई है. तीसरे आरोपी जसवीर कौर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो पुराने सेल टैक्स बैरियर पर जनमत संग्रह के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म बांटने के लिए खड़ी थी. उसके पास से प्रिंट प्रचार सामग्री बरामद की गई है.
एसएसपी भुल्लर ने बताया कि आरोपियों से शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि गिरोह की सरगना जसवीर कौर और उसका पति कुलदीप सिंह था जो पंजाब रोडवेज चंडीगढ़ में अधीक्षक के रूप में काम करता है.
उन्होंने कहा कि इनकी पृष्ठभूमि गुरदासपुर जिले से जुड़ी हुई है और करीब 12-13 साल पहले यहां शिफ्ट हुए थे. कुलदीप सिंह अखंड कीर्तन जत्थे में सेवा करने के लिए अपने परिवार के साथ गुरुद्वारा साहिब श्री फतेहगढ़ साहिब भी जाते थे. आरोपी रविंदर सिंह भी गुरुद्वारा साहिब में सेवा कर रहा था. विचारों के आदान-प्रदान के कारण रविंदर सिंह और जगमीत सिंह दोस्त बन गए और दोनों इस अवैध गतिविधि में सक्रिय हो गए.
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