कांग्रेस में आंतरिक चुनाव फिर टल गया है. कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने 23 जून को चुनाव कराने का प्रस्ताव रखा, जिसका बाकी सदस्यों ने विरोध किया. अब कोरोना संकट के बाद चुनाव होगा. कांग्रेस के सदस्यों का कहना है कि कोरोना से उबरने के बाद चुनाव पर फैसला लिया जाए.
कांग्रेस कार्यसमिति ने सामूहिक तौर पर फैसला लिया है कि मौजूदा परिस्थिति में चुनाव कराना ठीक नहीं होगा. कांग्रेस कार्यसमिति ने फैसला लिया कि जून में ना होकर चुनाव आगे बढ़ाएं जाएं. परिस्थिति को देखकर आगे फिर से तारीख तय की जाएगी. पिछले साल अगस्त से अध्यक्ष पद के चुनाव 3 बार टल चुके हैं.
आपको बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ दिया था. इसके बाद उन्हें कई बार मनाने की कोशिश की गई, लेकिन दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं हुए. इसके बाद सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बना दिया गया था. अभी भी कांग्रेस की कमान सोनिया के हाथों में है.
ऐसे में एक बार फिर वही सवाल दोबारा खड़ा हो रहा है कि क्या राहुल गांधी अभी इस पद को अपनाने के लिए तैयार हैं या नहीं? इससे पहले ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में भी ये मुद्दा उठा था, जब बागी नेताओं ने आंतरिक चुनाव की मांग रख दी थी. अब सबसे बड़ी धर्मसंकट में सोनिया गांधी हैं.
सोनिया गांधी कई बार कांग्रेस अध्यक्ष पद को ना अपनाने की बात कर चुकी हैं, लेकिन जब लोकसभा चुनाव के बाद राहुल ने पद पर ना बने रहने की ठानी तो सोनिया गांधी के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था. कांग्रेस पार्टी के सामने संकट फिर खड़ा हो रहा है कि वो गांधी परिवार से अलग नेतृत्व को नहीं देख रहा है.