नई दिल्ली: कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की रविवार को बैठक होगी, जिसमें पार्टी के अगले अध्यक्ष के चुनाव की तारीखों पर फैसला होगा। इससे पहले कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे चुके गुलाम नबी आजाद के आवास पर जी-23 ग्रुप के मेंबर्स की बैठक हुई है। जानकारी के अनुसार, आजाद ने शुक्रवार को कांग्रेस से इस्तीफा देकर 51 साल पुराने रिश्ते को खत्म कर दिया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने लंबी नाराजगी के बाद पार्टी को अलविदा कह दिया है। अब उन्होंने जम्मू कश्मीर में अपनी पार्टी बनाने का ऐलान किया है। कांग्रेस पार्टी को लिखे त्यागपत्र में आजाद ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। आरोप लगाया कि राहुल गांधी की वजह से पार्टी की यह दशा हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के गार्ड और पीए फैसले लेते हैं। अब आजाद के आरोपों पर कांग्रेस पार्टी ने जवाब दिया है। पार्टी प्रवक्ताओं का कहना है कि यह "दुर्भाग्यपूर्ण" है कि आजाद ने ऐसे समय में इस तरह से इस्तीफा दिया जब पार्टी सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी लामबंदी के लिए कमर कस रही है।
कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा, "हमने कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद का पत्र पढ़ा है जो मीडिया को जारी किया गया है। यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह ऐसे समय में हुआ है जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूरी पार्टी संगठन शामिल है। महंगाई, बेरोजगारी और ध्रुवीकरण के सार्वजनिक मुद्दों पर भाजपा से लड़ने में और जब 4 सितंबर को नई दिल्ली में महंगाई पर हल्ला-बोल रैली और कन्याकुमारी से 7 सिंबर को भारत जोड़ी यात्रा के शुभारंभ के लिए अंतिम तैयारी की जा रही है।"