नई दिल्ली: राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस द्वारा आयोजित हो रहे चिंतन शिविर (Congress Chintan Shivir) का आज तीसरा और आखिरी दिन था. कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर रोडमैप सहित कई घोषणाओ के लिए छह समितियों द्वारा की गई सिफारिशों पर विचार किया. चिंतन शिविर के लिए बनाई गई सभी 6 समितियों ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को रिपोर्ट सौंप दी है.
कांग्रेस ने की देश को एक सूत्र में पिरोने की कोशिश- माकन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने उदयपुर का नव सकंल्प ऐलान किया. उन्होंने कहा कि 1947 में देश की आजादी के बाद देश के सामने कई चुनौतियां आ गईं थीं. पर्याप्त अनाज की पैदावार नहीं थी, उद्योग धंधे नहीं थे, सुई बनाने तक के कारखाने नहीं थे, स्वास्थ्य सुविधाएं भी नहीं थीं, शैक्षणिक संस्थानों की भी काफी कमी थी, बिजली का पर्याप्त उत्पादन नहीं था और ना ही यातायात और संचार की सुविधा ही थी. यहां तक कि देश की सुरक्षा का भी कोई इंतजाम नहीं था. कांग्रेस ने ऐसे समय में देश को एक सूत्र में पिरोने की कोशिश की थी और प्रगतिशील भारत की नींव रखी थी.
हम 2 अक्टूबर से गांधी जयंती के दिन 'राष्ट्रीय कन्याकुमारी टू कश्मीर भारत जोड़ों यात्रा' शुरू करेंगे। सभी युवा और सभी नेता यात्रा में शामिल होंगे: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी