नई दिल्ली। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शनिवार (1 जुलाई) को संसद के मानसून सत्र की तारीखों की घोषणा की है. प्रह्लाद जोशी की इस घोषणा के बाद कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने सदन में जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा को लेकर केंद्र सरकार पर तंज कसा है. साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि कांग्रेस मानसून सत्र में मणिपुर में जारी हिंसा और इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री की चुप्पी समेत कई मुद्दे उठाएगी.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि हम आशा करते हैं सरकार की ओर से जनता की परेशानी से जुड़े उन सभी मुद्दों पर चर्चा की अनुमति दी जाएगी. जिन्हें विपक्ष लगातार उठा रहा है. इनमें वे मुद्दे भी शामिल हैं जिन पर प्रधानमंत्री ने चुप्पी साध रखी है. मुझे उम्मीद है कि प्रह्लाद जोशी इस बात से अवगत होंगे. इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट किया कि संसद का मानसून सत्र आगामी 20 जुलाई से शुरू होकर 11 अगस्त तक चलेगा. 23 दिन तक चलने वाले इस सत्र में कुल 17 बैठकें होंगी. उन्होंने कहा कि मैं सभी पार्टियों से सत्र के दौरान संसद के विधायी और अन्य काम-काज में रचनात्मक योगदान देने की अपील करता हूं.
संसद का मानसून सत्र हंगामेदार रहने की संभावना है क्योंकि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रमुख विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चेबंदी शुरू कर दी है. इसके अलावा हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समान नागरिक संहिता की वकालत करने के बाद कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों की ओर से इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया आई है. पीएम मोदी ने इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों पर मुस्लिमों को भड़काने का आरोप भी लगाया था. इसके अलावा मणिपुर में जारी हिंसा के मुद्दे पर भी विपक्ष हंगामा कर सकता है. मानसून सत्र नए संसद भवन में आयोजित होने की संभावना है जिसका उद्घाटन 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.