गोवा में बागी विधायकों की सदस्यता खत्म करने को याचिका दाखिल करेगी कांग्रेस
पणजी (आईएएनएस)| कांग्रेस उन आठ विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर करने जा रही है, जिन्होंने सितंबर में गोवा कांग्रेस विधायक दल का भाजपा में विलय किया था। गौरतलब है कि 14 सितंबर को पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत, माइकल लोबो, डेलिलाह लोबो, केदार नाइक, संकल्प अमोनकर, राजेश फलदेसाई, अलेक्सो सिकेरा और रुडोल्फ फर्नांडीस ने खुद का भाजपा में विलय कर लिया था। इससे 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के मात्र तीन विधायक ही रह गए।
सोमवार को आईएएनएस से बात करते हुए गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमित पाटकर ने कहा, बीजेपी ने इन विधायकों को पार्टी बदलने के लिए बड़ी रकम दी थी और कुछ को कैबिनेट में जगह देने का आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन उनके बीच कुछ भ्रम है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन आठ विधायकों के खिलाफ इसी सप्ताह अयोग्यता याचिका दाखिल करेगी।
कांग्रेस विधायक कार्लोस फरेरा ने कहा, हम कुछ सामग्रियों की तलाश कर रहे हैं, यही वजह है कि याचिका दायर करने में देरी हो रही है।
फरेरा ने कहा कि कांग्रेस यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेगी कि भविष्य में इस तरह के सिद्धांतहीन दलबदल न हों।
गोवा फॉरवर्ड पार्टी के अध्यक्ष और विधायक विजय सरदेसाई ने हाल ही में आरोप लगाया था कि इन बागी विधायकों को कैबिनेट में स्थान नहीं मिला है क्योंकि उन्हें 'खरीदा' गया था। सरदेसाई ने कहा था, उन्हें भाजपा ने खरीद लिया हैं, इस वजह से वे किसी पद की मांग नहीं कर सकते।
इस संबंध में पूछने पर गोवा भाजपा अध्यक्ष सदानंद तनावडे ने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
गोवा इकाई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के महासचिव दिग्विजय वेलिंगकर ने कहा कि कांग्रेस के ये आठ बागी कार्रवाई के डर से किसी पद की मांग करने की हिम्मत नहीं करेंगे। वेलिंगकर ने दावा किया, उनमें से ज्यादातर खनन सहित विभिन्न घोटालों में शामिल हैं। उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए बड़ी रकम दी गई है।
इस बीच भाजपा में शामिल होने वाले आठ विधायकों के खिलाफ दो व्यक्तिगत अयोग्यता याचिका11 नवंबर को गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावडकर के समक्ष दायर की गई हैं।
तवाडकर ने आईएएनएस से बात करते हुए इसकी पुष्टि भी की।