नई दिल्ली। कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने सोमवार को प्रस्ताव पारित कर फिलिस्तीनी लोगों की जमीन, स्वशासन और आत्म-सम्मान के साथ जीवन के अधिकारों का समर्थन किया है. इस प्रस्ताव में इजरायल और उसपर हुए हमले का जिक्र नहीं है. कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, 'सीडब्ल्यूसी तत्काल संघर्ष विराम का आह्वान करती है और वर्तमान संघर्ष को जन्म देने वाले अनिवार्य मुद्दों सहित सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत शुरू करने का आह्वान करती है.'
इससे एक दिन पहले पार्टी ने कहा था कि वह इजरायल के लोगों पर क्रूर हमलों की निंदा करती है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि उनकी पार्टी का हमेशा मानना रहा है कि इजरायलियों की राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को सुनिश्चित करते हुए फिलिस्तीन के लोगों की वैध आकांक्षाओं को बातचीत के माध्यम से पूरा किया जाना चाहिए. बता दें कि आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर 5000 से ज्यादा रॉकेट दागे थे. इन हमलों में इजरायल में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. वहीं, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध का ऐलान कर दिया है. इसके बाद से इजरायल भी गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर बम बरसा रहा है. इसमें हमास के 800 से ज्यादा ठिकाने तबाह हो चुके हैं. वहीं, 400 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. इजरायल के हमलों में कई मस्जिदें, बहुमंजिला इमारतें भी तबाह हुई हैं.
गौरतलब है कि अब तक इस जंग में दोनों पक्षों के 1,100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है. सिर्फ इजरायल की ही बात करें तो हमास के हमलों की वजह से उनके 44 सैनिकों सहित 700 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. शनिवार तड़के हमास ने इजरायल पर अचानक हमला कर दिया जिसके लिए इजरायल बिल्कुल भी तैयार नहीं था. पिछले 50 से अधिक सालों में हमास ने इजरायल पर कई हमले किए हैं लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब हमास के आतंकी इजरायल के शहरों में घुस गए और वहां जमकर खून-खराबा किया.