कांग्रेस ने राहुल-प्रियंका गांधी की फोटो की शेयर, लिखा- मतभेदों की बात करते हैं जो, वो जलन बरकरार रखिए...
नई दिल्ली: यूपी के सियासी रण में लगातार हमलों और आरोपो का दौर जारी है. कांग्रेस ने बीजेपी की तरफ से राहुल-प्रियंका के बीच मतभेद की बातों को लेकर एक बार फिर जवाब दिया है. आज प्रियंका और राहुल गांधी दोनों ने ही अमेठी में एक जनसभा को संबोधित किया. वहीं कांग्रेस ने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि अमेठी के साथ पारिवारिक रिश्ता है, इस रिश्ते को हम उम्र भर निभाएंगे. कांग्रेस वाली अमेठी कांग्रेस वाली अमेठी ही रहेगी. राहुल- प्रियंका की फोटो के साथ कांग्रेस की तरफ से लिखा गया कि मतभेदों की बात करते हैं जो, वो जलन बरकरार रखिए. क्योंकि हम तो जलवे और मोहब्बत बरकरार रखेंगे.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज अमेठी में एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब वे (भाजपा) कहते हैं कि हमारे 70 वर्षों में कुछ नहीं हुआ, तो उनका वास्तव में मतलब था कि इन 70 वर्षों में अंबानी, अदानी के लिए कुछ नहीं हुआ. याद रखें भारत के सबसे बड़े अरबपति रोजगार नहीं देते, छोटे दुकानदार, व्यापारी और किसान रोजगार पैदा करते हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि भारत के रोजगार क्षेत्र की रीढ़ पीएम नरेंद्र मोदी और उनके दोस्तों ने तोड़ी है. राहुल बोले कि आप देखेंगे कि आने वाले समय में इस देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा, आप जितना चाहें, उन्हें पढ़ाएं. COVID के दौरान किसी ने मेरी नहीं सुनी, लेकिन आपने गंगा में शव देखे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पूरा उत्तर प्रदेश जानता है कि भारत के प्रधानमंत्री आकर वोट लेने के लिए कुछ भी बोल जाएंगे. पूरा देश जानता है कि नरेंद्र मोदी ने किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा किया था और फिर तीन काले कानून लागू किए. इन क़ानूनों का लक्ष्य था, कि जो आज किसानों को मिलता हैं वह उनसे छीनकर भारत के सबसे बड़े 4-5 अरबपतियों को दे दिया जाएं.
राहुल गांधी ने कहा, "2014 में पीएम मोदी कहते थे कि 2 करोड़ रोजगार युवाओं को दूंगा. किसानों की आमदनी दुगनी करने की बात करते थे. वो कहना चाहते थे कि 70 साल पर अंबानी अडानी के लिए कुछ नहीं हुआ. पूरा यूपी जानता है कि नरेंद्र मोदी जुमलेबाज हैं. वोट लेने के लिए कुछ भी बोल सकते हैं. काले कानून लाने का लक्ष्य किसानों से छीनकर अरबपतियों को दिया जाने का था."
वहीं अमेठी में प्रियंका गांधी ने जनसभा में कहा कि आप (सार्वजनिक) अपनी परिस्थितियों के लिए खुद जिम्मेदार हैं. आप भटक जाते हैं और आंखें बंद करके वोट करते हैं. आपका वोट एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, बुद्धिमानी से चुनें, क्योंकि आपको अगले 5 वर्षों तक पछताना पड़ सकता है. यह आपके विकास का समय है.