नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी जयंती पर याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। कई नेताओं ने उनके कार्यों को याद करते हुए उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर पार्टी के शीर्ष नेता, प्रियंका गांधी वाद्रा और के.सी. वेणुगोपाल भी उपस्थित थे। उन्होंने वीर भूमि पर पूर्व प्रधानमंत्री को पुष्पांजलि अर्पित की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के सामने पूर्व प्रधानमंत्री के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
देश के लिए पूर्व प्रधानमंत्री के योगदान को याद करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि राजीव गांधी भारत के एक महान पुत्र थे। वह एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने लाखों भारतीयों में आशा जगाई थी। खड़गे ने ट्विटर पर लिखा, "हम आज सद्भावना दिवस मना रहे हैं, उनके विशाल योगदान को याद करना प्रासंगिक है जिसने भारत को 21वीं सदी में आगे बढ़ाया। उनके कई कार्यों से देश में परिवर्तनकारी बदलाव आए, जिनमें मतदान की आयु को 18 वर्ष करना, पंचायती राज, दूरसंचार और आईटी क्रांति, कंप्यूटरीकरण कार्यक्रम, निरंतर शांति समझौते, सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम और समावेशी शिक्षा पर जोर देने वाली नई शिक्षा नीति शामिल है।
उन्होंने कहा, "हम राजीव गांधी जी को उनकी जयंती पर हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।" इस बीच राहुल ने ट्विटर पूर्व प्रधानमंत्री का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''पापा आपकी तरह ही मैं भी भारतीयों के संघर्ष और सपनों को समझने और भारत माता की आवाज सुनने की राह पर हूं।''
प्रियंका ने ट्विटर पर लिखा, ''मशहूर गाने 'जीना इसी का नाम हैं' की पंक्तियां मुझे हमेशा आपकी (राजीव गांधी) याद दिलाती हैं। जब भी मैं यह गाना सुनती हूं तो मेरी आंखें भर आती हैं।" पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा, "राजीव गांधी आज 79 साल के होते, उनका कार्यकाल संक्षिप्त होते हुए भी बहुत महत्वपूर्ण था। यह व्यापक उपलब्धियों का दौर था जिसका उन्होंने कभी घमंड नहीं किया।''
प्रधानमंत्री के रूप में उनके कुछ कार्यों को याद करते हुए, रमेश ने कहा, "उनके अभियान और नेतृत्व ने सुनिश्चित किया कि 18 साल के युवाओं को वोट देने का अधिकार है। असम, पंजाब, मिजोरम और त्रिपुरा में शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। अन्य बातों के अलावा, सांसद ने कहा कि भारत को आईटी युग में लाने के लिए उन्हाेंने निर्णायक कदम उठाए हैं। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने भी यहां पार्टी कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की।