कांग्रेस अध्यक्ष लाल किले पर हुए स्वंतत्रता दिवस के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे, अब दिया बड़ा बयान
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नई दिल्ली: दिल्ली के लाल किला परिसर में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई दिग्गज इस कार्यक्रम में शामिल हुए. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस समारोह में शिरकत नहीं कर सके. हालांकि, बाद में कांग्रेस की तरफ से बयान जारी कर इसकी वजह बताई गई.
लाल किले में हुए समारोह के दौरान खड़गे की कुर्सी खाली देखी गई. बाद में कांग्रेस की तरफ से सफाई देते हुए बताया गया,'खड़गे को अपने घर और कांग्रेस पार्टी दफ्तर में तिरंगा फहराना था. इसलिए वह लाल किले में होने वाले समारोह में शामिल नहीं हो पाए. अगर वह लाल किले के समारोह में जाते तो वह घर और पार्टी दफ्तर में ध्वजारोहण करने समय से नहीं पहुंच पाते. सुरक्षा कारणों के चलते वह लाल किले से जल्दी नहीं निकल सकते थे. उन्हें कम से कम दो घंटे तक वहां पर रहना ही पड़ता. उन्होंने आगे कहा कि वह शाम को राष्ट्रपति आवास में मौजूद रहेंगे.
कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर खड़गे ने ध्वाजारोहण किया. उन्होंने कहा,'आज कल कुछ लोग ऐसा जताते हैं कि भारत की प्रगति पिछले कुछ सालों में ही हुई है. जबकि, अंग्रजों ने भारत को ऐसा छोड़ा की सुई भी नहीं बन पाती थी. नेहरू ने इंडस्ट्री लगाई, बांध बनाए. कला और साहित्य को बढ़ावा दिया. इंदिरा ने हरित क्रांति लाकर भारत को आत्मनिर्भर बनाया. इसके बाद राजीव गांधी ने भारत को टेक्निकल बनाया और नरसिम्हा राव ने आर्थिक व्यवस्था को मजबूत किया.'
सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जो लोकतंत्र का ढोल बजाते हैं, वे दूसरे तरफ विपक्ष का मुंह बंद कर देते हैं. आज लोकतंत्र को बहुत बड़ा खतरा है. संसद में विपक्ष की आवाज बंद कर दी जाती है. मेरा माइक बंद कर दिया जाता है.
इससे पहले खड़गे ने ट्वीट कर देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और संविधान हमारी देश की आत्मा है. हम यह प्रण लेते हैं कि देश की एकता और अखंडता के लिये, प्रेम और भाईचारे के लिए, सौहार्द और सद्भाव के लिए लोकतंत्र और संविधान की स्वतंत्रता कायम रखेंगे.