यूपी चुनाव: चुनिंदा सीटों पर ही है फोकस, शानदार प्रदर्शन की उम्मीद
नई दिल्ली (ए/नेट डेस्क/टीवी चैनल्स)। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बहुत संभल कर कदम रख रही है। ज्यादा से ज्यादा सीट पर चुनाव लडऩे की कोशिश के बजाए पार्टी मजबूत सीट पर फोकस कर रही है। पार्टी अपनी चुनाव रणनीति भी इन सीटों को केंद्र में रखकर तैयार कर रही है। ताकि, वह चुनाव में इन चुनिंदा सीट पर जीत दर्ज कर सके।
पिछले चुनावों के प्रदर्शन के आधार पर पार्टी ने इन सीट पर पहचान की है। इन सीट पर पूरा फोकस करने के निर्णय से पहले पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने खुद उम्मीदवारों से मुलाकात कर यह सुनिश्चित किया कि वह चुनाव लडऩे के लिए तैयार नहीं है। किसी उम्मीदवार ने असमर्थता जताई तो नए नेता को मौका दिया। तीन दर्जन से कुछ अधिक इन सीट पर पार्टी ने मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ से विधायकों और पूर्व विधायकों को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। इन पर्यवेक्षकों को सिर्फ वोट में वृद्धि की जिम्मेदारी सौंपी गई है। चुनाव खत्म होने तक क्षेत्र में तैनात रहने वाले इन पर्यवेक्षकों से कहा गया है वह सीधे अपने सुझाव भेजें। प्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि पार्टी चुनाव में इन सीटों पर फोकस करेगी, क्योंकि, इन क्षेत्रों में पार्टी उम्मीदवार के पास कम से कम बीस हजार वोट हैं। पार्टी इसमें कुछ और वोट जोडऩे में सफल रहती है, तो जीत की दहलीज तक पहुंचा जा सकता है। इसलिए, पार्टी अपनी कोशिशों में कोई कमी नहीं छोडऩा चाहती।
पिछले बीस साल में कांग्रेस का सबसे अच्छा प्रदर्शन 2012 के चुनाव में रहा था। पार्टी ने 355 सीट पर चुनाव लड़कर 28 सीट जीती और उसे करीब 12 फीसदी वोट हासिल हुए। पर 2017 में पार्टी सपा के साथ गठबंधन के बावजूद पार्टी 114 सीट पर चुनाव लड़कर सिर्फ सात सीट हासिल कर पाई और उसे सवा छह फीसदी वोट मिले। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी विपक्षी एकता की हिमायत करती रही है। पर गठबंधन न होने की स्थिति में भी पार्टी अकेले चुनाव लडती है, तो इन सीट पर जीत के लिए पार्टी पूरी ताकत झोकेंगी। पार्टी बाकी साढे तीन सौ सीट पर भी चुनाव लडेगी, पर चुनाव रणनीति के केंद्र में यह चुनिंदा सीट ही रहेंगी।
कुछ नेताओं ने किया त्र-23 का गलत इस्तेमाल: वीरप्पा मोइली
कांग्रेस में जारी कलह और तमाम मुश्किलों को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने कई बातें कही हैं। वीरप्पा मोइली का कहना है कि कुछ नेताओं ने जी-23 ग्रुप का गलत इस्तेमाल किया, उनका आइडिया सही नहीं था। कांग्रेस नेता ने इसी के साथ चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में आने का सपोर्ट किया। समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में वीरप्पा मोइली ने कहा कि प्रशांत किशोर का कांग्रेस में आने का जो विरोध कर रहे हैं, वो रिफॉर्म के खिलाफ है। वीरप्पा मोइली ने कहा कि जी-23 का कुछ नेताओं ने गलत इस्तेमाल किया। जी-23 को पार्टी को बनाने के लिए काम करना था, ना कि उसे बर्बाद करने के लिए। सोनिया गांधी की लीडरशिप में पार्टी में रिफॉर्म हो ही रहा है, ऐसे में इसमें जी-23 का कोई रोल नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा कि आगे भी जी-23 जैसे किसी ग्रुप का गठन या समर्थन कांग्रेस के विरोधियों को ही लाभ पहुंचाने वाला है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस बड़े बदलाव की बात हो रही है, वह सोनिया गांधी की अगुवाई में हो रहा है, सोनिया गांधी लगातार फैसले ले रही हैं और वो एक्टिव हैं।
प्रशांत किशोर के कांग्रेस में आने की अटकलों को लेकर वीरप्पा मोइली ने कहा कि जो इसका विरोध कर रहे हैं, वो ऐसा ना करें क्योंकि देश और कांग्रेस (ष्टशठ्ठद्दह्म्द्गह्यह्य) के लिए ज़रूरी है कि पार्टी में रिफॉर्म आए। वीरप्पा मोइली के मुताबिक, प्रशांत किशोर अगर पार्टी में शामिल होकर काम करते हैं तो वो ज्यादा सही रहेगा।
शरद पवार के बयान पर जवाब
कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को लेकर वीरप्पा मोइली ने कहा कि हम कभी हार सकते हैं, लेकिन ये हमेशा के लिए नहीं हो सकता है। पहले भी ऐसा देखने को मिला है कि कांग्रेस ने ज़बरदस्त वापसी की है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शरद पवार खुद इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि कई राज्यों में सिर्फ कांग्रेस ही भाजपा का मुकाबला कर सकती है।
'राहुल फिर बनें कांग्रेस अध्यक्ष'
राहुल गांधी की फिर से अध्यक्ष पद पर वापसी की अटकलों को लेकर वीरप्पा मोइली ने कहा कि राहुल गांधी ही अध्यक्ष पद के लिए सबसे बेहतर च्वाइस हैं, लेकिन इस वक्त पार्टी को रिऑर्गनाइज़ करने की भी ज़रूरत है। वीरप्पा मोइली का ये बयान तब आया है, जब राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की मांग ज़ोर पकड़ रही है।
रायबरेली में प्रियंका गांधी के दूसरे दिन के सारे कार्यक्रम रद्द, लौट गई दिल्ली
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का रायबरेली में दूसरे दिन का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। वह आज सुबह 7:30 बजे भुयेमऊ गेस्ट हाउस से सीधा लखनऊ एयरपोर्ट के लिए रवाना हुईं। सुबह लगभग 9 बजे वह दिल्ली के लिए रवाना हुई। प्रियंका गांधी को आज अमेठी भी जाना था लेकिन वह कल देर शाम ही अमेठी निकल गई थीं। बता दें कि यूपी की राजधानी लखनऊ में दो दिन का समय बिताने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रविवार को अपनी मां के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के दौरे पर पहुंची थी। पहले दिन उन्होंने यहां लोगों से मुलाकात की। रायबरेली जिले में बॉर्डर पर प्रवेश करते ही प्रियंका गांधी ने सबसे पहले चूरूवा स्थित हनुमान मंदिर पर अपना मत्था टेका और पूजा-अर्चना की। उन्होंने मंदिर के पुजारी से आशीर्वाद भी लिया। प्रियंका पहले भी इस मंदिर में कई बार मत्था टेक चुकी हैं। बता दें कि रायबरेली सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है और यहीं से प्रियंका की मां और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी सांसद हैं। रविवार को रायबरेली पहुंचते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रियंका गांधी के स्वागत के लिए हुजूम उमड़ पड़ा। इसी दौरान कुछ कांग्रेसी नेता आपस में भिड़ भी गए थे।
प्रियंका के नेतृत्व में यूपी चुनाव लड़ेगी कांग्रेस: खुर्शीद
पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने रविवार को कहा कि कांग्रेस आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में प्रियंका गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी, हालांकि अभी तक सीएम उम्मीदवार के लिए अंतिम फैसला नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने कहा, पार्टी किसी भी अन्य दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। हम दृढ़ विश्वास के साथ चुनाव लड़ेंगे। पार्टी कार्यकर्ता स्थानीय लोगों की समस्याओं को जानने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में जाएंगे उन्होंने कहा- कांग्रेस यूपी की सभी 403 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। खुर्शीद ने जोर देकर कहा कि घोषणापत्र में आम लोगों की आवाजें शामिल होंगी। कांग्रेस पार्टी द्वारा सीएम के चेहरे के बारे में पूछे जाने पर खुर्शीद ने कहा कि पार्टी का चेहरा प्रियंका गांधी हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि, प्रियंका ने अभी तक आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा नहीं की है, इसलिए हम भी ऐसा नहीं कर सकते हैं लेकिन पार्टी उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा, पार्टी के सदस्य विधानसभाओं का दौरा कर रहे हैं और लोगों से संपर्क करने और स्थानीय लोगों की समस्याओं को जानने की कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस की चुनाव घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष सलमान खुर्शीद व पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने रविवार को आगरा के तोरा गांव में थे। यहां उन्होंने लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याओं के बारे में जाना। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री खुर्शीद ने ग्रामीणों से पूछा कि उनकी क्या-क्या समस्याएं हैं, जिसपर ग्रामीणों और महिलाओं ने पेंशन न मिलने तथा आवारा पशुओं द्वारा फसल नष्ट किए जाने सहित अन्य समस्याएं भी बताईं। लोगों से बात करने के बाद कांग्रेस नेता ने गांव में भ्रमण भी किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपना घोषणापत्र तैयार करने के लिए लोगों तक पहुंच रही है, जिससे कि घोषणा पत्र में जो बात लिखी जाए, वह लोगों के दिल की बात हो।