पंजाब। इस लोकसभा चुनाव में परिणाम आने से पहले ही कांग्रेस को एक के बाद एक बड़े झटके लगते जा रहे हैं. ताजा मामला पंजाब से सामने आया है, जहां एक पूर्व विधायक ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. दरअसल, पंजाब के धुरी से पूर्व विधायक दलवीर सिंह गोल्डी ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. दलवीर सिंह संगरूर में सुखपाल सिंह खैरा को कांग्रेसी उम्मीदवार बनाए जाने से खफा थे. उन्होंने 2022 में भगवंत मान द्वारा सांसद पद से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई सीट पर उपचुनाव लड़ा था, हालांकि हार गए थे. वहीं बताया जाता है कि वह इस बार भी चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, लेकिन पार्टी ने विधायक सुखपाल खेहरा को पैराशूट उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतार दिया. इसके बाद से उनकी नाराजगी खुलकर सामने आने लगी थी. उन्होंने इस्तीफा देने से एक दिन पहले ही सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी नाराजगी के संकेत दे दिए थे.
इसके बाद से ही उनके पार्टी छोड़ने को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई थी. उन्होंने पंजाबी में एक्स पर लिखा था, "सोचता हूं एक नया रास्ता बना लूं, कितना समय वो पुराने रास्ते ढूंढते रहेंगे. रुक गई इस जिंदगी को अब धक्के की जरूरत है. एक बार चल पड़े तो फिर बहते रहेंगे. अंधेरी रात में रोशनी की जरूरत है. दीया नहीं, जुगनू ही सही, पर जगते रहेंगे." बता दें कि इसी साल की शुरुआत में पूर्व विधायक गोल्डी ने विजिलेंस द्वारा नोटिस भेजे जाने का मामला उठाया था. तब उन्होंने कहा था कि मैं लोकसभा चुनाव न लडूं, इसलिए सरकार परेशान कर रही है.
भले ही मेरे खिलाफ कोई मामला दर्ज करके जेल भेज दिया जाए, मगर मैं चुनाव लड़ूंगा. मेरा सिर वाहेगुरु के अलावा किसी के आगे नहीं झुक सकता. विजिलेंस की ओर से नोटिस भेजकर कई तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं, जिनका कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा था कि मेरी प्रॉपर्टी के बारे में पूछा जा रहा है. मेरे पास कौन सा कुत्ता, कपड़े और घर में लगे पौधों के बारे में सवाल हो रहे हैं. मैंने 2022 के चुनाव में जो एफिडेविट दिया था, उतनी ही प्रॉपर्टी मेरे पास है. अगर उससे एक इंच भी ज्यादा हुई तो मैं अपना सिर कटवा दूंगा. अगर ज्यादा न निकली तो अफसर और सरकार माफी मांगे. मैं साफ कर देना चाहता हूं कि भले ही मेरे ऊपर कोई मामला दर्ज कर जेल भेज दिया जाए लेकिन मैं जेल से ही लोकसभा का चुनाव लड़गा.