विपक्ष ने शुरू किए एकजुटता के प्रयास! कांग्रेस ने बीजेपी पर किया हमला, कहा- ऐसे राष्ट्रपति की जरूरत जो...
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने शनिवार को विपक्षी दलों के नेताओं को पत्र लिखकर उनसे आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त रणनीति तैयार करने को लेकर 15 जून को नई दिल्ली में बुलाई गई बैठक में भाग लेने का अनुरोध किया है. ममता ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी सहित 22 विपक्षी नेताओं को एक पत्र भेजा है. उनके इस ऐलान के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि देश को राष्ट्रपति के रूप में एक ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता है जो संविधान, हमारी संस्थाओं और नागरिकों को सत्ताधारी दल द्वारा चल रहे हमले से बचा सके. यह समय की मांग है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'देश और उसके लोगों की खातिर हमारे मतभेदों से ऊपर उठने का समय आ गया है. चर्चाओं का खुले दिमाग और भावनाओं को ध्यान में रखते हुए होना चाहिए. हमारा मानना है कि कांग्रेस को अन्य राजनीतिक दलों के साथ इस चर्चा को आगे बढ़ाना चाहिए.' पार्टी का यह बयान 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले सोनिया गांधी के पूर्व केंद्रीय मंत्री और राकांपा प्रमुख शरद पवार से मुलाकात के कुछ दिनों बाद आया है.
बता दें कि ममता ने संयुक्त बैठक के ऐलान के बाद कहा कि राष्ट्रपति चुनाव ऐसे समय में सभी प्रगतिशील विपक्षी दलों को राष्ट्रीय राजनीति के भविष्य के परिदृश्य पर विचार-विमर्श करने का सही अवसर प्रदान करता है, जब विभाजनकारी ताकतें देश को त्रस्त कर रही हैं. बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने एक बयान में कहा, 'हमारी माननीय अध्यक्ष ममता बनर्जी ने सभी प्रगतिशील विपक्षी ताकतों से राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर 15 जून को दोपहर तीन बजे कॉन्स्टिट्यूशन क्लब, नई दिल्ली में बैठक करने और भविष्य के कदमों पर विचार करने का आह्वान किया है.'
बयान में कहा गया, 'आगामी राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ मजबूत और प्रभावी विपक्ष की पहल के साथ एक संयुक्त बैठक में भाग लेने के लिए विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों और नेताओं से संपर्क किया है.' निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को घोषणा की थी कि राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा. इस चुनाव में निर्वाचक मंडल के 4,809 सदस्य-सांसद और विधायक मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी का चुनाव करेंगे.
बनर्जी ने अपने पत्र में कहा कि एक सुदृढ़ लोकतांत्रिक चरित्र वाले राष्ट्र को एक मजबूत और प्रभावी विपक्ष की आवश्यकता होती है, तथा सभी प्रगतिशील दलों को देश में विभाजनकारी ताकतों का विरोध करने के लिए एक साथ आने की जरूरत है. उन्होंने पत्र में कहा, 'विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों द्वारा विपक्षी नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि खराब हो रही है और भीतर कटु मतभेद पैदा हो रहे हैं. यह समय है कि हम अपने प्रतिरोध को मजबूत करें.'