दिल्ली। नई संसद में पहले दिन की कार्यवाही के रूप में मोदी सरकार ने बहुप्रतीक्षित महिला आरक्षण बिल को पेश कर दिया। लेकिन, जब केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल लोकसभा में महिला आरक्षण से जुड़ा 128वां संविधान संशोधन 'नारी शक्ति वंदन विधेयक-2023' पेश कर रहे थे, उसी समय कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई और असदुद्दीन ओवैसी सहित कई विपक्षी सांसदों ने बिल के बिजनेस में शामिल नहीं होने और बिल की कॉपी नहीं मिलने का मुद्दा उठाकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
इस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि नई तकनीक का जमाना है, नई संसद है, इसे टैब पर अपलोड कर दिया गया है, सांसद अपनी सीट पर टैब में देख सकते हैं।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी और अर्जुन राम मेघवाल ने विरोधी सांसदों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बिल सप्लीमेंट्री लिस्ट ऑफ बिजनेस में शामिल हैं और सांसद इसे टैब में देख सकते हैं। स्मृति ईरानी सहित कई केंद्रीय मंत्री भी विपक्षी सांसदों को यह बताते नजर आए कि टैब में बिल दिख रहा है। कई सांसदों और मंत्रियों ने तो अपने सामने लगे टैब को खोल कर खुद ही उसे ढूंढ लिया तो सदन में मौजूद कई कर्मचारी भी सांसदों की मदद करते नजर आए।
इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बगल में बैठे राजनाथ सिंह के पास जाकर उन्हें यह बताते नजर आए कि टैब में इसे कहां ढूंढा जा सकता है। वहीं, असदुद्दीन ओवैसी समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन के पास जाकर उन्हें टैब के फंक्शन के बारे में समझाते नजर आए। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे भी विपक्षी सांसदों की सीट पर जाकर उन्हें इस बारे में बताते नजर आए।