कांग्रेस में घमासान: सिद्धू को लेकर राहुल व प्रियंका गांधी ने दी जुबानी जंग रोकने की नसीहत
पंजाब प्रभारी हरीश रावत से नाराज होकर दिल्ली पहुंचे कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू को निराशा हाथ लगी है।
पंजाब प्रभारी हरीश रावत से नाराज होकर दिल्ली पहुंचे कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू को निराशा हाथ लगी है। सिद्धू को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी जुबानी जंग रोकने की नसीहत दी है। साथ ही उन्होंने पार्टी के मुद्दों को सार्वजनिक मंच पर नहीं रखने का निर्देश दिया। पंजाब कांग्रेस में चल रहे घमासान के बीच चंडीगढ़ पहुंचे पंजाब प्रभारी हरीश रावत से नाराज होकर कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू मंगलवार को दिल्ली रवाना हो गए थे। जहां कयास लगाए जा रहे थे कि दिल्ली में वह प्रियंका और राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। बुधवार को अचानक सिद्धू दिल्ली से रवाना हो गए थे।
सूत्रों के अनुसार दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू को राहुल-प्रियंका की ओर से सार्वजनिक मंचों पर अधिक नहीं बोलने की नसीहत दी गई है। साथ ही पार्टी के अंदरूनी मामलों को सोशल मीडिया पर नहीं रखने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि नवजोत सिद्धू ने आलाकमान के सभी निर्देशों पर अमल करने का भरोसा दिया है। इससे पहले सिद्धू लगातार अपने बयान और ट्वीट के जरिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। हाल ही में नवजोत सिंह सिद्धू का एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें वह कांग्रेस आलाकमान को ईंट से ईंट बजाने की धमकी देते नजर आ रहे हैं। जिसके बाद से कांग्रेस आलाकमान सिद्धू से बेहद नाराज चल रहा है। इन्हीं सब बातों को लेकर मंगलवार को सिद्धू को दिल्ली तलब किया गया था।
हरीश रावत से इसलिए नाराज हैं सिद्धू
बताया जा रहा है कि सिद्धू और उनके खेमे के मंत्री और विधायक हरीश रावत से इसलिए नाराज हैं कि चंडीगढ़ दौरे के दौरान पंजाब प्रभारी कैप्टन की बातों को अधिक महत्व दे रहे हैं। साथ ही सरकारी चॉपर से हरीश को चंडीगढ़ लाने के लिए कैप्टन खेमे के मंत्री गुरमीत राणा सोढी गए थे।
कैप्टन ने खारिज की मंत्रिमंडल में फेरबदल की बात
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रविन ठुकराल ने पंजाब प्रभारी से मुलाकात के दौरान मंत्रिमंडल में फेरबदल की खबरों को खारिज किया है। ठुकराल ने ट्वीट कर यह जानकारी साझा की है। उन्होंने लिखा है कि रावत से मुलाकात के दौरान पांच मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की गई है। जिसका मुख्यमंत्री ने पंजाब प्रभारी को सकारात्मक जवाब दिया है।