आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में लेखिका गीतांजलि श्री के खिलाफ हुई शिकायत
अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से सम्मानित 'रेत समाधि' की लेखिका गीतांजलि श्री के सम्मान में आयोजित होने वाले अभिनंदन समारोह को स्थगित कर दिया गया. उत्तर प्रदेश की ताज नगरी आगरा में शनिवार को यह समारोह आयोजित होना था. लेखिका के खिलाफ दर्ज कराई गई उस शिकायत के बाद यह फैसला लिया गया, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उनके उपन्यास में शिव-पार्वती के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां हैं.
गीतांजलि श्री के उपन्यास 'रेत समाधि' के खिलाफ हाथरस जनपद के निवासी संदीप पाठक ने सादाबाद कोतवाली में तहरीर दी है. इसके बाद भी कई दिनों तक केस दर्ज नहीं होने पर फरियादी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट कर शिकायत को एफआईआर में बदलने की मांग की है. संदीप पाठक का कहना है कि लेखिका गीतांजली श्री ने अपने उपन्यास 'रेत समाधि' में 222 नंबर पेज पर हिंदुओं के आराध्य शिवजी और माता पार्वती के लिए अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया है, जो निंदनीय है.
वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी अनिल शुक्ल ने जानकारी दी कि शनिवार को आगरा के एक होटल में गीतांजलि श्री का अभिनंदन समारोह होना था. लेकिन अचानक विवाद खड़ा हो जाने की वजह से इस आयोजन को रद्द कर दिया गया. शुक्ल ने बताया कि दिल्ली जेएनयू में कार्यक्रम के दौरान भी कुछ उपद्रवियों ने रोड़े अटकाने की कोशिश की थी. इन घटनाओं से गीतांजलि श्री बहुत आहत हैं. बुकर अवॉर्डी का कहना है कि उनके इस उपन्यास को जबरन राजनीतिक विवाद में घसीटा जा रहा है. इसके चलते अब उन्होंने कुछ समय तक किसी भी सार्वजनिक समारोह में भाग लेने से इनकार कर दिया है.
अनिल शुक्ल ने कहा कि यह घटना ताजनगरी के साहित्य और संस्कृति के लिए बड़ी क्षति है. गीतांजलि श्री के उपन्यास को देश-विदेश में जगह-जगह पाठक मिल रहे हैं. कार्यक्रम में उन्हें सुनने के लिए दूर-दूर से साहित्यकार, छात्र, डॉक्टर, रंगकर्मी आने वाले थे. सभी उन्हें देखना और सुनना चाहते थे. वे सभी कार्यक्रम स्थगित होने से व्यथित हैं. पता हो कि हिंदी की प्रख्यात लेखिका गीतांजलि श्री को उनके उपन्यास 'रेत समाधि' के अंग्रेजी अनुवाद 'सैंड ऑफ टॉम्ब' के लिए 2022 के अंतरराष्ट्रीय 'बुकर पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था.