न्यू नोएडा के जमीन अधिग्रहण के लिए कंपनी का हुआ चयन, प्रथम चरण में 15 गांव में होगी बात
नोएडा: नोएडा के नए सेक्टर और न्यू नोएडा (डीएनजीआईआर) दोनों के लिए जमीन अधिग्रहण किया जाना है। जमीन अधिग्रहण किसानों की आपसी सहमति के आधार पर किया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण ने सलाहकार कंपनी टीला को नियुक्त किया है। कंपनी के सलाहकार और प्राधिकरण अधिकारियों के बीच पहली बैठक हुई। जिसमें कंपनी ने अपना पूरा प्लान प्रस्तुत किया। सबसे पहले सेक्टर-161 में जमीन के लिए किसानों से बातचीत की जाएगी। इसके बाद न्यू नोएडा की जमीन के लिए किसानों से वार्ता होगी।
न्यू नोएडा करीब 209 वर्ग किलोमीटर में बसाया जाना है। इसके लिए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस के साथ जहां जीटी रोड अलग होती है, सबसे पहले वहां से लगे गांव की जमीन का अधिग्रहण शुरू किया जाएगा। इस गांव में जोखाबाद, सांवली भी आता है। इन गांवों के प्रधान से बातचीत की गई। यहां आपसी समझौते के आधार पर जमीन किसानों से खरीदी जाएगी। इसके अलावा जोखाबाद और ग्राम सांवली में ही डीएनजीआईआर (न्यू नोएडा) का अस्थाई कार्यालय बनाया जाएगा। समस्या आने पर सलाहकार कंपनी प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ किसानों से बातचीत करेंगे।
सबसे पहले 15 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। जबकि न्यू नोएडा को 80 गांवों की जमीन पर बसाया जाएगा। प्रत्येक गांव में करीब 200 किसान परिवार है। यानी कुल 16 हजार किसान परिवार हैं जिनके साथ बैठक की जाएगी। पहले फेज में 3,165 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। ऐसे में किसानों के साथ भी आज पहली बैठक की गई।
न्यू नोएडा 209.11 वर्ग किलोमीटर में यानी 20 हजार 911.29 हेक्टेयर में बसाया जाएगा। इस मास्टर प्लान को चार फेज में पूरा किया जाएगा। 2023-27 तक इसके 3,165 हेक्टेयर को विकसित किया जाएगा। इसी तरह 2027 से 2032 तक 3,798 हेक्टेयर एरिया को विकसित किया जाएगा। इसके बाद 2032-37 तक 5,908 हेक्टेयर और अंत में 2037-41 तक 8,230 हेक्टेयर जमीन को विकसित करने का प्लान है।
209 वर्ग किमी में न्यू नोएडा को बसाया जाना है। डीएनजीआईआर मास्टर प्लान 2041 में 40 प्रतिशत भू उपयोग औद्योगिक, 13 प्रतिशत आवासीय और ग्रीन एरिया व रीक्रिएशनल एक्टिविटी के लिए 18 प्रतिशत प्रावधान किया गया है। डीएनजीआईआर को गौतमबुद्ध नगर के 20 और बुलंदशहर के 60 गांवों को मिलाकर बनाया गया है। इस शहर की आबादी 6 लाख के आसपास होगी।