रीवा-इंदौर ट्रेन में मचा हड़कंप, 70 वर्षीय वृद्ध की मौत
जांच में जुटी पुलिस
रीवा। अपने बच्चों के पास रीवा से इंदौर जा रहे सत्तर वर्षीय वृद्ध की गुरुवार रात रीवा रेलवे स्टेशन के रीवा-इंदौर ट्रेन में मौत हो गई। प्रथम दृष्टया हार्ट अटैक से मौत की आशंका बताई जा रही है। घटना के संबंध में रेलवे सुरक्षा बल से मिली जानकारी के मुताबिक वृद्ध रीवा-इंदौर टे्रन में यात्रा के लिए एसी बोगी में सफर के लिए बैठा था। वह फोन पर बात कर रहा था, तभी अचानक वह बेहोश होकर गिर गया और उसका मोबाइन सीट के नीचे गिर गया। बोगी पर बैठे यात्रियों ने पूरी घटना की जानकारी डिप्टी एसएस को दी जिसके बाद जीआरपी और आरपीएफ को डिप्टी एसएस ने पूरी घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची जीआरपी और आरपीएफ पुलिस ने वृद्ध की जानकारी जुटाना शुरू किया। जिसके बाद वृद्ध के मोबाइल पर उसके बेटा का फोन आया, जिसके बाद पूरी घटना की जानकारी पुलिस ने बेटे को दी। इसके बाद मृतक के भतीजा प्रभात पाण्डेय व उसके दमाद सहित परिवार के लोग रेलवे स्टेशन पहुंचे और वृद्ध को बोगी से बाहर निकाला गया।
घटना के चलते रीवा-इंदौर ट्रेन अपने निर्धारित समय से करीब एक घंटे देरी से 12.5 बजे रात रीवा स्टेशन से रवाना हुई। आरपीएफ के एएसआई पुष्पेंद्र शुक्ला ने बताया कि वृद्ध रामचरण पाण्डेय पिता राधाकृष्ण पाण्डेय 70 वर्ष निवासी हिडवार थाना मऊगंज की मौत हुई है। घटना के बाद वृद्ध के भतीजा सहित रीवा में रह रहे परिवार जनों ने रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर वृद्ध की शिनाख्त की जिसके बाद उनके द्वारा शव को अपने साथ ले जाया गया। रेलवे के विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि ट्रेन के एसी कोच के अंदर वृद्ध की मौत के बाद सनाका खिंचा रहा। एसी कोच में आधा घंटा से अधिक समय तक वृद्ध का शव पड़ा रहा। जानकारी के काफी देर बाद पुलिस ने उसे बाहर निकलवाया। जब तक उसे बाहर निकाला गया, उसकी मौत हो चुकी थी। बताया गया कि जीआरपी वृद्ध को ट्रेन से बाहर निकालने के लिए तैयार नहीं थी, जिसके बाद आरपीएफ ने परिवार जनों की उपस्थित में सफाई कर्मचारियों की मदद से स्ट्रेचर से शव को बाहर निकलवाया । बताया गया कि वृद्ध के बच्चे इंदौर में जॉब करते हैं, वहीं गांव में वृद्ध दंपति अकेले रहते थे। इसके बाद बेटा से मिलने इंदौर जा रहे वृद्ध की अचानक जान चली गई।