जातीय पंचों और सामाजिक बहिष्कार से आहत होकर आहत होकर कर ली आत्महत्या, बरामद हुआ सुसाइड नोट

राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले में एक आदमी ने जातीय पंचों और सामाजिक बहिष्कार से आहत होकर आत्महत्या कर ली

Update: 2022-01-18 17:38 GMT

राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले में एक आदमी ने जातीय पंचों और सामाजिक बहिष्कार से आहत होकर आत्महत्या कर ली। घटना सोमवार देर रात जिले के गिड़ा थाना में हुई। मृतक ने घर के पास बने पानी के टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली।

बरामद हुआ सुसाइड नोट
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह ने मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिड़ा थाने के खोखसर गांव निवासी बाबूलाल मेघवाल ने सोमवार की रात को टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर गिड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को टांके से बाहर निकालकर मोर्चरी में रखवाया है। सिंह ने बताया कि जांच के दौरान मृतक के पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया। सुसाइड नोट में मृतक द्वारा जातीय पंच गणेशाराम मेघवाल सहित अन्य पर उसे समाज से बहिष्कृत करने, जुर्माना लगाने एवं परेशान करने का आरोप लगाया। साथ ही इससे आहत होकर ही आत्महत्या करना बताया।
कोई मुझे नहीं बुलाता, इसलिए मर रहा हूं
पुलिस को मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें उसने जातीय पंचों द्वारा समाज से बहिष्कृत करने का आरोप लगाते हुए आहत होकर आत्महत्या करने की बात लिखी है। मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा कि मुझे कोई नहीं बुलाता है। इसलिए मैं मर रहा हूं। मृतक ने सुसाइड नोट में दो जातीय पंचों का नाम भी लिखा है।
शादी टूटने से नाराज थे जातीय पंच
मृतक के भाई भोमाराम ने थाना गिड़ा पर मामला दर्ज कराया कि बाबूलाल मेघवाल के भतीजे की शादी करीब आठ साल पहले हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही मृतक के भतीजे ने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया। बताया गया कि इस शादी में बाबूलाल ने मध्यस्थता की थी। इसके चलते जातीय पंच बाबूलाल से नाराज हो गए और जातीय पंचायत बुलाकर उसे समाज से बहिष्कृत कर दिया। इसके बाद से समाज का कोई भी व्यक्ति बाबूलाल से संपर्क नहीं रख रहा था। इसी कारण बाबूलाल परेशान था।
दो लाख रुपए मांगने का आरोप
मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि हाल ही में एक शादी समारोह में सम्मिलित करने के लिए जातीय पंचों ने बाबूलाल से दो लाख रुपए की मांग की थी। मृतक बाबूलाल के भाई भोमाराम की शिकायत के आधार पर पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ धारा 306 और 384 के तहत मामला दर्ज किया है। गुणेशाराम, मूलाराम पूनड़, रबाराम, पोलाराम, रासिंगाराम, भोजाराम, पदमाराम पन्नू, हुकमाराम, खरथाराम के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।इस बीच घटना के विरोध में मृतक के परिवारजन मोर्चरी में ही धरने पर बैठ गए और आरोपियों की गिरफ्तारी होने पर ही शव का पोस्टमार्टम करवाने पर अड़ गए।
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