कॉलेज छात्र ने लिया नकल करने गूगल का सहारा, पूर्व सीएम के बारे में लिख दिया अनाप-शनाप बातें

जानिए फिर क्या हुआ?

Update: 2021-11-25 13:23 GMT

वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में स्नातक के कुछ परीक्षार्थियों ने उच्च शिक्षा के स्तर की पोल खोलकर रख दी है। स्नातक पार्ट टू की असाइनमेंट की कॉपी लिखने में बहुतेरे परीक्षार्थियों ने नकल के लिए गूगल का सहारा लिया है। इस दौरान नकल में भी अक्ल बिल्कुल नहीं लगाई है। कोरोना काल में पठन-पाठन बाधित रहने के बाद घर पर ही परीक्षा कॉपी लिख जमा करने की छूट के बीच गूगल से लिखे गये उत्तर के साथ बीच में दर्शाये गये विज्ञापन व बॉक्स भी हू-ब-हू उतार दिये हैं। इस तरह की कॉपी जांचने के दौरान परीक्षक भी चकरा जा रहे हैं।

बता दें कि कोरोना के कारण सत्र पिछड़ने के बाद वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के परीक्षा बोर्ड ने यूजी और पीजी की ऑफलाइन परीक्षा संभव नहीं होने के चलते असाइनमेंट के आधार पर लेने का निर्णय लिया था। इसके तहत विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र दिया गया, जिसके बाद से उन्होंने उत्तर लिखकर असाइनमेंट बनाकर कॉलेज और विभाग में जमा किया। इसका मूल्यांकन परीक्षक कर रहे हैं। मूल्यांकन में मिले अंक के आधार पर रिजल्ट जारी किया जायेगा। मालूम हो कि विवि में स्नातक पार्ट वन के सत्र 2019-22 की परीक्षा जनवरी माह में ली गयी। इसके बाद से स्नातक पार्ट टू के सत्र 2018 -21 की परीक्षा जुलाई माह में ली गयी। गूगल से उत्तर लिखने का मामला स्नातक पार्ट टू के सत्र 2018-21 की परीक्षा की कॉपियों में सामने आया है।

वीकेएसयू के प्रभारी कुलपति प्रो केसी सिन्हा का कहना है कि एक परीक्षार्थी ने राजनीति विज्ञान से जुड़े एक प्रश्न का उत्तर कुछ ऐसा दिया है, जिसे देख एक परीक्षक पूरी तरह हैरान रह गये। छात्र ने बिहार के एक पूर्व सीएम के बारे में अनाप-शनाप बातें लिखी हैं। कॉपी में अभद्र व आपत्तिजनक बातों को भी लिखा है, जिसका उक्त प्रश्न के उत्तर से कोई सरोकार नहीं है। हालांकि परीक्षक ने उक्त कॉपी के मूल्यांकन में परीक्षार्थी को जीरो अंक दिया है।

असाइनमेंट आधारित परीक्षा के तहत विद्यार्थियों के लिए प्रश्नपत्र वीकेएसयू की वेबसाइट पर अपलोड किया गया था। विद्यार्थियों को उनके विषय व सिलेबस के अनुसार असाइनमेंट का प्रश्न दिया गया था। ऑनर्स और सहायक विषय में पांच-पांच प्रश्न दिये गये थे। इसमें विद्यार्थियों को किसी एक प्रश्न का जवाब ढाई हजार शब्दों में लिख कर अपने कॉलेज के विभाग में जमा करना था। विद्यार्थियों को असाइनमेंट तैयार कर जमा करने के लिए 15 दिन का समय मिला था। कई विद्यार्थियों ने नकल में भी अक्ल का इस्तेमाल नहीं किया है। यही नहीं विद्यार्थियों ने एक दूसरे की कॉपी मांगकर भी हू-ब-हू उत्तर लिख दिया है।

यह मामला वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के सबसे प्रतिष्ठित कॉलेज एचडी जैन कॉलेज से जुड़ा हुआ है। कॉलेज के राजनीति विज्ञान सहायक विषय के कई छात्र-छात्राओं ने कुछ ऐसा जवाब लिख कर जमा किया है, जिसे देख परीक्षकों का सिर चकरा गया है। हालांकि परीक्षकों की ओर से असाइनमेंट की कॉपियों का सही ढंग से मूल्यांकन करते हुए अंक दिया गया है। उलुल-जुलूल जवाब लिखने वालों को फेल भी कर दिया गया है ताकि भविष्य में उन्हें सबक मिल सके।

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