कॉलेज छात्रा से बार-बार गैंगरेप, पुलिस की लापरवाही के कारण हुई गंभीर उत्पीड़न का शिकार
शर्मनाक घटना
राजस्थान पुलिस (rajasthan police) ने एक गैंग रेप (gang rape) पीड़ित युवती की फरियाद नहीं सुनी, जिसके चलते गंभीर उत्पीड़न का शिकार बनाना पड़ा. दो साल पहले पीड़िता की शिकायत थाने में दर्ज नहीं हुई. इससे दो साल तक न सिर्फ आरोपी खुले आम घूमते रहे, बल्कि वारदात का वीडियो (video) बनाकर पीडिता को ब्लैकमेल कर दफा गैंग रेप किया गया. आरोपियों ने विडियो सोशल मिडिया पर वायरल कर दिया. इसके बाद आरोपियों को अब गिरफ्तार किया है. बीजेपी ने इसे पुलिस का जघन्य अपराध बताकर मुख्यमंत्री से जबाब मांगा है.
जानकारी के मुताबिक युवती दो साल पहले अप्रैल 2019 मे कॉलेज में परीक्षा देने जा रही थी. तब चौराहे से उसका अपहरण कर लिया गया. युवती की रिपोर्ट के मुताबिक उसे सुनसान जगह लेजाकर उसके साथ चार युवकों ने गैंग रेप किया. वारदात का विडियो बनयाा और जान से मारने की धमकी दी. कुछ दिन डर के कारण वह चुप रही फिर मई 2019 में वे अलवर की मालाखेड़ा थाना पुलिस पहुंची. वहां उसका केस दर्ज नहीं किया. इससे दरिंदों की हिमाकत बढ़ गई. तब से विडियो दिखाकर आरोपी ब्लैकमेल कर लगातार उसके साथ गैंग रेप करते रहे.
आरोपी विडियो को अपने दोस्तों को देते रहे. पीड़िता के पास ब्लैकमेल के दूसरे लोगों से कॉ़ल आने लगे. 25 जून को आरोपियों ने वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल कर दिया. पीड़िता दो साल बाद फिर पुलिस थाने पहुंची. वीडियो वायरल होने से पुलिस ने केस दर्ज कर लिया. मुख्य आरोपी विकास समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन सवाल तो पुलिस की भूमिका पर खड़े हुए कि वारदात के बाद पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर केस क्यों नहीं दर्ज किया. अब अलवर पुलिस ने केस नहीं दर्ज करने के मामले में जांच के आदेश दे दिेए हैं. बीजेपी ने आरोप लगाया कि अगर पुलिस तब केस दर्ज करती तो युवती के साथ फिर गैंगरेप नहीं होता. पूरे मामले में आरोपी पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.