जांच की आंच: मंत्री के खिलाफ कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश, बीजेपी नेता ने किया ये दावा
क्या है मामला?
मुंबई: शिवसेना नेता और उद्धव सरकार में मंत्री अनिल परब की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही. वसूली के आरोपों के बाद अब अवैध रिसॉर्ट बनाने के मामले में रत्नागिरी कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं और रिपोर्ट तलब की है. बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने अनिल परब पर घोटाले के आरोप लगाए थे और अब पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई है.
किरीट सोमैया ने क्या आरोप लगाए हैं?
किरीट सोमैया ने दावा किया है कि नकली दस्तावेज के आधार पर रत्नागिरी जिले के दापोली बीच के पास आलीशान रिसोर्ट एग्रीकल्चर लैंड पर अनिल परब ने अपने रसूख के चलते बनाया. यही नहीं रिसॉर्ट बनाते वक्त CRZ नियमों का भी सीधे-सीधे उल्लंघन किया. सुमैया का आरोप है कि लॉकडाउन के वक्त नियमों को ताक पर रखकर अनिल परब ने रिसॉर्ट को बनाया. किरीट सोमैया ने दापोली पुलिस स्टेशन में मंत्री अनिल परब के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
क्या है मामला?
जानकारी के मुताबिक, मंत्री अनिल परब ने 19 जून 2019 में 42 गुंटा एग्रीकल्चर जमीन विभाष साठे से खरीदी थी. जमीन खरीदने के 7 दिन बाद यानी 26 जून 2019 को उन्होंने स्थानीय ग्राम पंचायत को पत्र लिखकर बताया कि उन्होंने साठे से जमीन खरीद ली है, जिसपर पहले से ही रिसोर्ट बना हुआ है. उन्होंने पत्र में कहा कि यह रिसॉर्ट नियमों के तहत बना है, इसलिए इसपर मेरे नाम का प्रॉपर्टी टैक्स जारी किया जाए. 22 डीलक्स कमरों वाले रिसॉर्ट का काम पूरा होने के बाद परब ने सालभर में ही अपने करीबी सदानंद कदम को यह बेच दिया.
अनिल परब पर लगे आरोपों पर सीएम उद्धव चुप
अनिल परब के परिवहन विभाग के एक अधिकारी पहले ही अनिल परब पर ट्रांसफर पोस्टिंग में करोड़ों की वसूली के आरोप लगा चुके हैं, जिसकी जांच नासिक पुलिस कर रही है. ऐसे में फिलहाल अनिल परब हर मोर्चे पर गिरते दिखाई दे रहे हैं. सवाल यह है अनिल परब पर लग रहे गंभीर आरोपों के बाद भी सीएम उद्धव चुप क्यों है.