सीएम का वादा रह गया अधूरा, आखिरकार बेटी ने मां के जेवर बेचकर लगवाया नकली पैर
लापरवाही
मध्य प्रदेश में सरकारी अधिकारी किस कदर लापरवाही से काम करते हैं, उसका पता इस खबर से चलता है. अफसर इतने बेहोश हैं कि वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी नहीं सुन रहे. मामला है भोपाल के निशातपुरा में रहने वाली सगीता सिसोदिया और उन जैसी दो अन्य महिलाओं का. सीएम शिवराज ने अधिकारियों को इनकी मदद करने के निर्देश दिए थे, लेकिन मदद तो दूर अधिकारियों ने इनकी ओर देखा तक नहीं.
बता दें, संगीता सिसोदिया के पति ने 4 महीने पहले उस पर अवैध संबंध का शक जाहिर किया था. इसके बाद पति ने शक के चलते उसका एक हाथ और एक पैर धारदार हथियार से काट दिया था. संगीता को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसके एक हाथ और एक पैर को काटना पड़ा था. मीडिया में छाने के बाद सीएम शिवराज ने भी इस मामले में गंभीरता दिखाई थी. उन्होंने अफसरों को आरोपियों पर कार्रवाई करने और संगीता सिसोदिया सहित अन्य इसी तरह की पीड़ित महिलाओं को चार-चार लाख की आर्थिक मदद करने के निर्देश दिए थे. लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ.
संगीता ने बताया कि सीएम के निर्देश के बावजूद प्रशासन ने उसके इलाज का खर्चा नहीं उठाया. उन्हें किसी तरह की कोई आर्थिक मदद भी नहीं दी गई. संगीता के मुताबिक, उन्होंने मां के पैसों के जरिए अपने पैर का इलाज कराया. हमीदिया अस्पताल में पैर का पूरा इलाज नहीं किया गया और अस्पताल में पैर में रॉड डालने की सुविधा भी नहीं थी. ऐसे में उन्हें प्राइवेट अस्पताल का सहारा लेना पड़ा. इतना ही नहीं संगीता को एक कृतिम पैर लगाने के लिए अपनी मां के जेवर तक बेचने पड़े.
बता दें, 4 महीने पहले राजधानी भोपाल समेत प्रदेश में एक के बाद एक 3 घरेलू हिंसा की खबरें आई थीं. इनमें पति ने पत्नी के हाथ-पैर काट दिए थे. इन घटनाओं को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गंभीरता से लिया था. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को आर्थिक मदद करने के निर्देश दिए थे. लेकिन, लंबा समय बीत जाने के बाद भी इन पीड़ित महिलाओं की मदद नहीं की गई. इलाज तक का खर्चा नहीं उठाया गया. अब ये महिलाएं अपने गहने बेचकर इलाज करा रही हैं. वे तंग हालातों से गुजर रही हैं.