वाराणसी (यूपी). सीएम योगी आदित्यनाथ ने जगद्गुरु श्री शंकर विजयेंद्र सरस्वती शंकराचार्य स्वामी जी से मुलाकात की और श्री कांची कामकोटि पीठम मंदिर के 'आरती' में शामिल हुए।
एक और खबर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ के मद्देनजर अधिकारियों को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मौसम विभाग की ओर से राज्य में मानसून के पुनः सक्रिय होने की जानकारी दी गयी है। सीमावर्ती राज्यों द्वारा बैराजों से पानी छोड़े जाने के कारण प्रदेश की विभिन्न नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई है। ऐसे में राज्य के विभिन्न जिलों में संभावित बाढ़ के दृष्टिगत राहत और बचाव के व्यापक प्रबंध किए जाएं।
एक सरकारी प्रवक्ता ने यहां बताया कि प्रदेश में बाढ़ की आशंका को देखते हुए 2,288 बाढ़ चौकियां तथा 2,073 शरणालय चिन्हित किए गए हैं। राहत व बचाव कार्यां के लिए 8,192 नावें चिन्हित हैं। प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 953 स्वास्थ्य शिविर तथा 1,044 स्वच्छता टीमें बनायी गई हैं। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आमजन को तत्काल मदद पहुंचाने का निर्देश दिए हैं। कहा है कि, राहत पैकेट के वितरण में देरी न हो।
सीएम ने कहा है कि राहत शिविरों में प्रकाश आदि का पर्याप्त प्रबंध होना चाहिए। आपदा कंट्रोल रूम को चौबीस घण्टे सक्रिय रखा जाए। समस्त अतिसंवेदनशील तटबन्धों पर प्रभारी अधिकारी, सहायक अभियन्ता स्तर के नामित किए जा चुके हैं, वे चौबीस घंटे अलर्ट मोड में रहें। लगातार पेट्रोलिंग करके तटबन्धों का निरीक्षण एवं सतत निगरानी की जाए।