उत्तराखंड। विधानसभा में पहले ही बैकडोर से एंट्री को लेकर विवादों में घिरे शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने एक और नए विवाद को जन्म दे दिया है. जानकारी के मुताबिक रविवार रात को शहरी विकास मंत्रालय की ओर से किए गए 74 तबादलों को लेकर राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है. बताया जा रहा है कि एक बैठक के बाद मंत्री डॉ. प्रेमचंद्र अग्रवाल ने तबादलों के आदेश जारी किए और अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन के साथ जर्मनी रवाना होने के लिए निकल गए.
सूत्रों के मुताबिक जब इस मामले की जानकारी सीएम ऑफिस पहुंची तो खुद सीएम पुष्कर धामी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की. साथ ही शहरी विकास सचिव दीपेंद्र चौधरी को तलब कर लिया. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री धामी ने तबादलों पर तुरंत रोक लगा दी है.
ऐसे में ये सवाल भी उठ रहा है कि आखिर शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने अपने विभाग में अचानक इतने बड़े पैमाने पर तबादले के आदेश रातों रात जारी क्यों किए. साथ ही ये भी सुगबुगाहट हो रही है कि क्या अब मंत्री प्रेमचन्द्र की मुसीबतें बढ़ सकती हैं. क्योंकि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी न सिर्फ इस मामले को लेकर नाराज हुए, बल्कि उन्होंने मंत्री प्रेमचंद्र के आदेशों के बाद तुरंत इन तबादलों को रोक दिया. दरअसल, उत्तराखंड और जर्मनी के बीच ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की जानकारियों को साझा करने के लिए शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल विभागीय उच्चाधिकारियों के साथ जर्मनी दौरे पर रवाना हुए हैं.
इस यात्रा के दौरान अपशिष्ट प्रबंधन पर अनुभवों का आदान-प्रदान किया जाएगा. इस अध्ययन दल पर होने वाले खर्च को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर काम करने वाली कंपनी जीआईजेड की ओर से वहन किया जाएगा. मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के साथ अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, निदेशक शहरी विकास नवनीत पांडे, अपर निदेशक अशोक कुमार पांडे, मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम हरिद्वार दयानंद सरस्वती, मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश राहुल गोयल भी जर्मनी के लिए रवाना हुए हैं.
मंत्री के आदेश पर सीएम ने लगाई रोक, राजनीतिक गलियारों में मची खलबली