कोलकाता (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है। पिछले हफ्ते एक रैली में अमित शाह ने कहा था कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी राज्य की 42 में से 35 सीटों पर जीत हासिल करती है तो तृणमूल कांग्रेस की सरकार 2025 से पहले ही गिर जाएगी। शाह की इसी टिप्पणी को लेकर ममता ने उनके इस्तीफे की मांग की है।
सीएम ममता ने यहां पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री के तौर पर ऐसा कैसे कह सकते हैं? इसका मतलब है कि गृह मंत्री एक निर्वाचित राज्य सरकार को गिराने की साजिश कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में, उन्होंने भारतीय संविधान की रक्षा करने की शपथ ली है।
इसलिए वह यह कभी नहीं कह सकते हैं कि अगर लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 35 सीटें मिलीं तो मौजूदा राज्य सरकार कार्यकाल खत्म होने से पहले ही गिर जाएगी। इसलिए, हम केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
इस दौरान सीएम ममता ने फरवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के पीछे की वास्तविक कहानी के बारे में भी संदेह व्यक्त किया, जिसमें 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, मेरा सवाल है कि क्या उस घटना के बाद एक भी केंद्रीय जांच दल पुलवामा गया। साथ ही हम मामले की उचित जांच की भी मांग करते हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई विकास परियोजनाओं को रोकने के लिए एक के बाद एक केंद्रीय क्षेत्र निरीक्षण दल पश्चिम बंगाल भेजा जा रही है।
इसके अलावा सीएम ममता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ की भर्ती में करोड़ों रुपये के घोटाले के सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस के विधायकों की गिरफ्तारी विधानसभा के भीतर उनकी पार्टी की ताकत को कम करने की चाल है।
मुख्यमंत्री ने कहा, केंद्रीय एजेंसियां केवल हमारे विधायकों को निशाना बना रही हैं। वे किसी भी भाजपा विधायक को निशाना नहीं बना रही हैं। लेकिन वे इस चाल में सफल नहीं होंगे, क्योंकि विधानसभा में हमारी संख्या इतनी अधिक है।
ममता बनर्जी ने एक बार फिर सभी गैर-बीजेपी दलों को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एकजुट होने का आह्वान किया है। ममता का कहना है कि यदि विपक्ष एकजुट हो जाता है, तो बीजेपी आम चुनाव में सत्ता हासिल नहीं कर पाएगी।