सीएम ने की ये गलती...तो रचनाकार ने खोल दी उनके झूठ की पोल
पत्नी की रचना पर किया ये ट्वीट
भोपाल। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान की इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब किरकिरी हो रही है। बीते दिनों उन्होंने किसी और की कविता को अपनी पत्नी की कविता बताकर वाहवाही लूटनी चाही लेकिन इसके विपरीत असली रचनाकार ने उनके झूठ की पोल खोल दी। इसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान यूजर्स के निशाने पर आ गए।
दरअसल, सीएम शिवराज सिंह ने ने 22 नवंबर 2020 को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक कविता पोस्ट की साथ में बताया कि उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह ने अपने पिता के लिए लिखा था, मगर एक हफ्ते बाद अब इसकी असली लेखक भूमिका बिरथारे ने सारे दाबों को निराधार बताया है। लेखिता बिरथारे के मुताबिक यह कविता उन्होंने अपने पिताजी के लिए लिखी थी, साथ ही उन्होंने 21 नवंबर 2020 की वो पोस्ट भी शेयर की है जिसमें वही कविता को उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया था।
इतना ही नहीं भूमिका ने कविता के शब्दों में हेरफेर पर भी आपत्ति जताई है। बिरथरे ने बताया कि वे अपने पिता को डैडी कहती थीं, लेकिन सोशल मीडिया इसे कुछ लोग बाबूजी, बाऊजी या पापा जैसे शब्दों के साथ शेयर कर रहे हैं। उन्होंने अपील की है कि कविता के शब्द बेहद व्यक्तिगत हैं और इससे उनकी भावनाएं जुड़ी हैं। इसे तोड़-मरोड़कर कविता के साथ अन्याय न करें।
भूमिका ने साथ ही एक ट्वीट में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रिक्वेशट की है कि सर मैं आपकी भांजी हूं। आपको मेरी कविता चुराकर क्या मिलेगा। ये कविता मेरे द्वारा लिखी गई है। मामा तो अधिकारों की रक्षा के लिए होते हैं। मुझे उम्मीद है आप मेरे अधिकारों का हनन नहीं करेंगे।