राजस्थान के उपचुनाव में आमने सामने होंगे CM गहलोत के बेटे वैभव और गजेंद्र शेखावत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बेटे वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) की जोधपुर सीट से राजनीति में लॉन्च करने की कोशिश की थी

Update: 2021-02-18 16:18 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बेटे वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) की जोधपुर सीट से राजनीति में लॉन्च करने की कोशिश की थी. बीजेपी के दिग्गज गजेंद्र शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने गहलोत का ये सपना पूरा नहीं होने दिया. शेखावत के सामने वैभव गहलोत को करारी हार का सामाना करना पड़ा था. अब एक बार फिर वैभव गहलोत की लॉन्चिंग की तैयारी हो रही है. इस बार मौका है चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव का. राजसमंद सीट से कांग्रेस से वैभव गहलोत का नाम चर्चा में है. चर्चा की वजह है गहलोत मंत्रीमंडल के तीन मंत्री शांति धारीवाल, रघु शर्मा और उदयलाल आंजना.

गहलोत कैबिनेट के तीन मंत्री राजमंसद पहुंचे और घोषणाओं का अंबार लगा दी. वैभव गहलोत के करीबी धर्मेंद्र राठौ़ड़ भी दौरे में शामिल थे. खुद वैभव गहलोत पिछले कुछ दिनों में कई बार राजसमंद का दौरा कर चुके हैं. मालूम हो कि बीजेपी विधायक किरण माहेश्वरी की कोरोना से मौत की वजह से ये सीट खाली हुई है.
राजसमंद से वैभव का रिश्ता
राजसमंद से वैभव गहलोत का रिश्ता ये है कि वे राजसमंद क्रिकेट संघ के जरिये ही राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने. राजसमद के जिला क्रिकेट संघ में वैभव गहलोत को पदाधिकारी बनाने का काम विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी का था और फिर वैभव गहलोत का आरसीए का अध्यक्ष बनाने में भी अहम रोल सीपी जोशी का था. एक बार फिर सीपी जोशी ही वैभव गहलोत को राजसमंद से चुनाव लड़वाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मना रहे हैं. गहलोत जीत के समीरकऱण तलाश रहे है. अगर जोशी से जीत की गांरटी मिली तो वैभव गहलोत का राजमंसद से विधानसभा उपचुनाव लड़ना तय है.
राहुल गांधी के दौरे से संकेत देने की कोशिश
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के दौरे के दौरान भी वैभव गहलोत को आगे करके गहलोत ने वैभव को हरी झंडी दिलाने की कोशिश की. वैसे राजसंद सीट बीजेपी का मजबूत गढ़ मानी जाती है. तीन बार किरण माहश्वरी चुनाव जीती. कांग्रेस हर बार राजपूत समुदाय से प्रत्याशी उतारती आई है, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नजर इस सीट पर 26 हजार दलित और 10 हजार मुस्लिम वोट पर है. ओबीसी भी 38 हजार मतदाता है. चर्चा है कि बीजेपी से किरण माहेश्वरी की बेटी को टिकट मिल सकता है. इस बीच में बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत को ही राजमंद सीट का इंचार्ज बनाया है. मतलब साफ है कि अगर वैभव गहलोत को मैदान में उतारा जाता है तो एक बार फिर शेखावत से गहलोत की टक्कर हो सकती है.


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