कलेक्टर पर भड़के सीएम, बैठक में लगा दी फटकार

Update: 2022-05-20 01:35 GMT

एमपी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आजकल अफसरों की बैठकों के दौरान लगातार क्लास लगा रहे हैं. ताजा मामला गुरुवार को भू-अधिकार योजना के तहत रखे गए वर्चुअल कार्यक्रम का है जहां बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह को मुख्यमंत्री के गुस्से का सामना करना पड़ा. बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह पर गुस्सा हो गए और उन्हें डांटते हुए कहा कि 'कलेक्टर बुरहानपुर इधर-उधर मुंडी नहीं हिलाएं. सामने देखें सीधे. प्रवीण, जब मैं बोल रहा हूं, तो तुम्हें बोलने का अधिकार नहीं है. मेरी नजर हर गतिविधि पर रहती है' भू-अधिकार योजना के तहत भू-अधिकार पत्र और स्थाई पट्‌टे वितरण के कार्यक्रम में कई नेता और कलेक्टर मौजूद थे. सीएम जब अपने संबोधन को खत्म कर रहे थे तभी बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह की गतिविधियों को देखकर उन्हें गुस्सा आ गया और बीच बैठक में उन्हें फटकार लगा दी.

हाल ही में OBC आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान का बयान आया. उन्होंने कहा कि मित्रों आज का दिन ऐतिहासिक दिन है और मैं अभिभूत हूं सत्यमेव जयते! अंततः सत्य की विजय हुई है और फिर यह सिद्ध हुआ की सत्य पराजित नहीं हो सकता. माननीय सर्वोच्च न्यायलय को मैं, प्रणाम करता हूं, हमने यही कहा था हम चुनाव चाहते हैं लेकिन ओबीसी आरक्षण के साथ!

शिवराज ने कहा कि कांग्रेस ने पाप किया था, चुनाव तो पहले ही ओबीसी आरक्षण के साथ हो रहे थे लेकिन, कांग्रेस के लोग ही माननीय सर्वोच्च न्यायालय के पास जा रहे थे. जिसके कारण यह फैसला हुआ था कि, ओबीसी आरक्षण के बिना ही चुनाव हों. हमने हर संभव प्रयास किए कोई कसर नहीं छोड़ी ट्रिपल टी टेस्ट के लिए, हमने ओबीसी आयोग का गठन किया.

सीएम ने कहा, ओबीसी कमीशन ने पूरे प्रदेश का दौरा किया तथ्य जुटाए, व्यापक सर्वे किया और उन तथ्यों के आधार पर जो रिपोर्ट बनाई हमने वह रिपोर्ट माननीय सर्वोच्च न्यायालय में प्रस्तुत की! फिर माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने निकायवार कहां कैसे सर्वे होगा उसकी रिपोर्ट मांगी, हमने निकायवार रिपोर्ट तैयार की और वह रिपोर्ट माननीय सर्वोच्च न्यायालय में प्रस्तुत की!

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के लोग खुशियां मनाते रहे कि, अब ओबीसी का आरक्षण नहीं होगा बीजेपी को कठघरे में खड़े करने का मौका मिलेगा. जब हम मोडिफिकेशन के लिए सर्वोच्च न्यायालय में गए तब भी कांग्रेस के मित्रों ने कहा " अब नहीं हो सकता". वो प्रसन्नता मना रहे थे उन्हें आरक्षण की चिंता नहीं थी बीजेपी को कठघरे में खड़ा कर लिया. लेकिन आज मुझे कहते हुए संतोष है. माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव कराने का फैसला किया है हम फैसले का स्वागत करते हैं. जिन्होंने षड्यंत्र किया था वो पराजित हुए अब पूरे आनंद के साथ ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव संपन्न होंगे अब हम लोग चुनाव के मैदान में जा रहें हैं.


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