कैथल। हरियाणा में धान का फसली सीजन जोरों पर चल रहा है। बड़ी संख्या में किसान धान लेकर अनाज मंडी पहुंच रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री उड़न दस्ते ने हरियाणा के कैथल में धान खरीद को लेकर एक बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा है। मिली जानकारी के अनुसार बिना अलॉटमेंट के मार्केट फीस की चोरी कर 12 हजार 163 क्विंटल धान राइस डाला जा रहा था। जिसको लेकर कैथल राईस मिल एसोसिएशन के प्रधान सचिन मित्तल के शेलर पर रेड की सीएम फ्लाइंग टीम ने रेड की है। सीएम फ्लाइंग टीम में खाद्य आपूर्ति विभाग की तरफ से जांच करने पहुंचे इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि आज उन्हें मुख्यमंत्री उड़न दस्ते की तरफ से सूचना प्राप्त हुई थी कि जिले के किसी राइस मिल में निरीक्षण करना है। इसीलिए टीम ने उनको अपने साथ ले लिया था। जब वह जींद रोड स्थित सतनाम राइस मिल में पहुंचे तो राइस मिलर 22 के पास स्टेग ग्रेड-ए धान पाया गया। जिसमें 32 हजार 434 बैग यानी 12 हजार 163 किवंटल धान था। जिसको विभाग द्वारा अभी तक धान खरीदने की अलॉटमेंट जारी नहीं की गई है।
वहीं मामले के बारे में जानकारी देते हुए कैथल मार्केट कमेटी सचिव बसाऊ राम ने बताया कि वह फिलहाल इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। मंडी एक्ट के अनुसार यदि राइस मिल में बिना अलॉटमेंट के और मार्केट फीस के धान मिलता है तो उसके खिलाफ जुर्माना और मार्केट फीस भरवाने का प्रावधान है। धान के सीजन में सीएम फ्लाईंग ने भले ही यह पहला मामला पकड़ा हो परंतु बड़े सवाल मार्केट कमेटी के अधिकारियों की कार्य शैली पर भी खड़े हो रहे हैं, क्योंकि जिले में ऐसे ही न जाने कितने राइस मिलर मार्केट फीस की चोरी कर रहे होंगे। जिनको मार्केट कमेटी विभाग के अधिकारी अभी तक पकड़ नहीं पाए या फिर इन्हीं की मिलीभगत से यह सब कार्य चल रहा है। अब देखना होगा की मार्केटिंग बोर्ड के मुख्यालय द्वारा ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई अमल में लाई जाएगी या फिर सेटिंग का यह खेल ऐसे ही चलता रहेगा।