दिल्ली के नए उप-राज्यपाल से मुलाकात करेंगे सीएम अरविंद केजरीवाल, इधर एक्शन से अधिकारियों के पसीने छूटे
नई दिल्ली: दिल्ली के उप राज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना गुरुवार को पद संभालते ही एक्शन में आ गए. वे पहले दिन ही अधिकारियों संग सड़कों पर नजर आए. विनय कुमार सक्सेना को एक्शन में देखकर दिल्ली के आला अधिकारियों में दिनभर हड़कंप मचा रहा. वहीं, खुद को दिल्ली का एलजी यानी लोकल गार्जियन बताने वाले सक्सेना ने साफ कर दिया कि उनका दफ्तर आने का समय तो है, लेकिन दफ्तर से जाने का कोई समय नहीं है. वे राज निवास में कम बैठेंगे, बल्कि फील्ड के दौरे ज्यादा करेंगे.
शपथ लेने के बाद उपराज्यपाल सबसे पहले राजघाट पर गए और फिर तमाम अधिकारियों को लंच के तुरंत बैठक के लिए बुलाया. मीटिंग के दौरान ही ये तय हो गया कि वो सीधे सड़कों का रुख करेंगे. एलजी ने सबसे पहले कनॉट प्लेस से दौरा शुरू किया. इसके बाद वे इंदिरा गांधी हवाई अड्डे की तरफ बढ़े. दरअसल, एलजी का मानना है कि यही इलाका ऐसा है, जिसे देखकर लोग दिल्ली के बारे में राय बनाते हैं, ऐसे में इसका सुंदर होना जरूरी है.
अधिकारियों को जैसे ही एलजी के आने की सूचना मिली, उन्होंने रेहड़ी पटरी वालों को रूट से हटा दिया. एलजी ने ये देखते ही अधिकारियों को टोक दिया, जब मैं पहले यहां से गुजरता था तो इतनी सफाई नहीं थी, आज अचानक सब के सब कैसे गायब हो गए। संदेश साफ था कि सिर्फ उनकी विजिट नहीं बल्कि आम तौर पर भी सब कुछ साफ सुथरा दिखना चाहिए.
एलजी का यह दौरा करीब 3 घंटे चला. चार बजे के बाद मंडी हाउस पर जब उपराज्यपाल का काफिला पहुंचा तो वहां सड़क खुदी हुई दिखी. सक्सेना ने तुरंत अधिकारियों से पूछ लिया कि इसका डिजाइन दिखाएं. आम तौर पर अधिकारी उपराज्यपाल के सामने प्रेजेंटेशन देकर अपना काम पूरा समझते हैं, लेकिन नए एलजी ने साफ कह दिया कि जिस प्रोजेक्ट पर मीटिंग होगी उसके तुरंत बाद वो खुद ग्राउंड जीरो पर जाकर निरीक्षण करेंगे ताकि कोई उन्हें तस्वीरों से बरगला ना सके. एलजी ने अधिकारियों से कहा, '' मैं लगातार दौरे करता रहूंगा. उन्होंने कहा, मैं राज निवास पर कम बैठूंगा, सड़कों पर ज्यादा रहूंगा.''