Manali. मनाली। मनाली के पास बादल फट गया। इससे काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा नदी पर स्थित बिजली संयंत्र को भी नुकसान पहुंचा है। बाढ़ के कारण पलचान में घर भी ढह गए है। हिमाचल में आधी रात को भारी बारिश के बाद तकरीबन 1 बजे अंजनि महादेव नाले में फ्लैश फ्लड Manali Flood आ गया और इस कारण धुंधी से पलचान और मनाली शहर तक अफरातफरी मच गई. नाले के रौद्र रूप के कारण से ब्यास नदी में भी जलस्तर बढ़ गया। उधर, आधी रात को भारी बारिश और बाढ़ के बीच कुछ वीडियो भी सामने आए हैं।
आपको बता दें हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार और आज हल्की बारिश हो सकती है। 27 जुलाई से 30 जुलाई तक, उन स्थानों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है जहां बहुत अधिक बारिश होगी। राजधानी शिमला सहित राज्य के अधिकांश हिस्सों में बुधवार यानि 24 जुलाई को धूप खिली और हल्के बादल छाए रहे। ऊना में अब तक का सबसे अधिक तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, चंबा के बनीखेत क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली नगाली पंचायत के मझधार गांव में मंगलवार आधी रात को आए तूफान ने एक मकान की छत और गोशाला को तहस-नहस कर दिया। बुधवार सुबह करीब सात बजे चंबा-तलेरू मार्ग पर चाऊ के पास नाले में जलस्तर बढ़ने पर डेढ़ घंटे तक यातायात बाधित रहा।
पलचान पंचायत की प्रधान कौशल्या, पूर्व प्रधान सुंदर ठाकुर और बीडीसी सदस्य रेशमा देवी ने जानकारी देते हुए कहा कि अंजनी महादेव नदी में रात करीब 1 बजे बाढ़ आई। बाढ़ के कारण नदी में भयानक आवाज हुई। जिसके सुनने के बाद, गहरी नींद में सो रहे लोग भी जाग गए। नदी किनारे रहने वाले लोग अपने घरों से निकलकर दूसरी जगह शरण लेने लगे। उन्होंने बताया कि कुछ लोग नदी की बाढ़ से बचकर अपनी जान बचाने में कामयाब रहे, जबकि कई अन्य लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
आधी रात को बाढ़ की सूचना मिलते ही प्रशासन और उसके कर्मचारी मौके पर पहुंचे। उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। पतलीकूहल से लेकर पलचान तक लोगों को चेतावनी दी गई। उनके अनुसार, बाढ़ से एक संपत्ति को मामूली नुकसान पहुंचा है और दो घर पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। राहत कार्य जारी रहने के साथ ही नुकसान का आकलन भी किया जा रहा है। नेहरूकुंड से लेकर पतलीकूहल तक, पलचान, रुआड़ और कुलंग तक के लोग प्रभावित हुए। लोग रात भर सो नहीं पाए। आलू ग्राउंड के पास नदी ने फिर अपना रुख बदल लिया। बाढ़ का पानी सड़क पर आ गया। क्लाथ में ब्यास नदी पर बने पुल की दीवारें भी बाढ़ में बह गईं। पलचान में दो घर बह गए, एक घर क्षतिग्रस्त हो गया और पलचान में प्रेम सिंह की बारह भेड़-बकरियां बह गईं।