नई दिल्ली। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने जजों की नियुक्ति को लेकर कॉलेजियम सिस्टम की होने वाली आलोचना पर जवाब देते हुए कहा कि मैं आलोचना को सकारात्मक रूप से लेता है। अगर इसे नकारात्मक रूप से लेंगे तो सिस्टम को सुधार नहीं पाएंगे। चीफ जस्टिस रामजेठमलानी मेमोरियल की ओर आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे। चीफ जस्टिस ने कहा कि हमने जजों की नियुक्ति में पारदर्शिता लाने के लिए सेन्टर फॉर रिसर्च एंड प्लानिंग (सीआरपी) का मैकेनिज्म विकसित किया है। उन्होंने कहा कि सीआरपी के जरिये देश के उन 50 सबसे बेहतरीन जजों का डाटा हमारे पास होगा, जिनके नाम पर सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर विचार किया जाएगा। कॉलेजियम इस प्लेटफार्म के जरिये इन जजों के पहले दिये गए फैसले, उनके कामों का मूल्यांकन कर उनकी नियुक्ति के बारे में सही फैसला ले सकेगा। चीफ जस्टिस ने कहा कि हमारा मकसद साफ है कि कॉलेजियम के काम में निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।