चीन भारत की इतनी जमीन पर करता है अपना दावा
भारत का कट्टर दुश्मन बन चुका चीन पूर्वी लद्दाख में अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है
भारत का कट्टर दुश्मन बन चुका चीन पूर्वी लद्दाख में अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। यह देश चाहे जब ही भारत के कई इलाकों पर चढ़ाई करने की कोशिश करता रहता है। चीन अब लद्दाख स्थित पैंगॉन्ग झील पर पुल बना रहा है। इसका पता सैटेलाइट तस्वीरों से चला है। यह पुल झील के उत्तरी छोर को दक्षिणी छोर से जोड़ता है। यह इलाका 1958 से सही चीन के कब्जे में है। अब यह पुल बनने से दोनों छोरों के बीच दूरी 200 किमी से घटकर 40-50 किमी हो गई। इस वजह से अब चीन की सेना LAC पर कम से कम समय में पहुंच सकेगी।
चीन के साथ 3,488 किमी लंबी सीमा लगती है
आपको बता दें कि चीन के साथ भारत की 3488 किमी लंबी सीमा लगती है। यह सीमा 3 हिस्सों में है। पहला हिस्सा ईस्टर्न सेक्टर वाला है जिसमें सिक्किम और अरुणाचल आते हैं। दूसरा हिस्सा मध्य सेक्टर का है जिसमें हिमाचल और उत्तराखंड शामिल है। जबकि तीसरा हिस्सा पश्चिमी सेक्टर है जो लद्दाख में आता है।
सिक्किम और अरुणाचल से इतनी सीमा लगती है
चीन के साथ भारत के सिक्किम और अरुणाचल से लगने वाली सीमा की लंबाई 1,346 किमी है। हिमाचल और उत्तराखंड से लगने वाली सीमा की लंबाई 545 किमी है। वहीं, लद्दाख के साथ चीन की 1597 किमी सीमा लगती है।
अरुणाचल प्रदेश के 90 हजार वर्ग किमी के हिस्से पर दावा
आपको बता दें कि चीन अरुणाचल प्रदेश के 90 हजार वर्ग किमी के हिस्से पर अपना दावा करता है। साथ ही लद्दाख का करीब 38 हजार वर्ग किमी का हिस्सा चीन के कब्जे में है। दूसरी तरफ, 1963 में पाकिस्तान ने एक समझौते में पीओके का 5,180 वर्ग किमी हिस्सा चीन को दे दिया था। ऐसे में कुल मिलाकर भारत के 43,180 वर्ग किमी पर चीन कब्जा जमाए बैठा है।