रुद्रप्रयाग पहुंचे मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू, की चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा
रुद्रप्रयाग (आईएएनएस)| उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। यात्रा शुरू होने में कुछ ही दिनों का समय अब बचा हुआ है। ऐसे में एक के बाद एक अधिकारी चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। इसी कड़ी में चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने रुद्रप्रयाग पहुंचकर अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में मुख्य सचिव ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से केदारनाथ यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों पर चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने डीएम रुद्रप्रयाग को पेयजल, शौचालय सहित अन्य कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्य सचिव ने अधिकारियों को बचे हुए कार्य तय समय पर करने के निर्देश दिए। बैठक में मात्र चार अधिकारी ही मौजूद रहे। इसमें रुद्रप्रयाग के डीएम मयूर दीक्षित, एसपी डॉ. विशाखा भदाणे, डीएफओ अभिमन्यु व सीएमओ डॉ एचएस मर्तोलिया शामिल थे।
शनिवार को अचानक मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू हेलीकॉप्टर से गुलाबराय मैदान पहुंचे। यहां पहुंचने पर डीएम रुद्रप्रयाग और एसपी डॉ. विशाखा भदाणे ने उनका स्वागत किया। इसके बाद सीएस ने दोनों अधिकारियों के साथ केदारनाथ यात्रा पड़ावों का हवाई सर्वे किया।
इस दौरान डीएम ने सीएस डॉ. संधू को केदारनाथ यात्रा तैयारियों को लेकर किये जा रहे कार्यों से अवगत कराया। हवाई सर्वे के बाद रुद्रप्रयाग मुख्यालय से तीन किमी की दूरी पर स्थित मोनाल होटल में सीएस संधू ने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली।
बैठक में सीएस ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसएस मर्तोलिया से केदारनाथ यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल तक केदारनाथ यात्रा पड़ावों में चिकित्सकों की टीम के साथ ही पैरा मेडिकल स्टाफ की तैनाती कर दी जाए।
इसके अलावा उन्होंने डीएम रुद्रप्रयाग को पेयजल, शौचालय सहित अन्य कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश। सीएस ने बताया कि केदारनाथ यात्रा तैयारियों के साथ ही धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की गई।
केदारनाथ धाम में मार्च महीने में भी बर्फबारी हुई है, इसके कारण पुनर्निर्माण कार्यों में देरी हुई है। इसके अलावा यात्रा तैयारियां भी समय पर नहीं हो पाई हैं। इसके बावजूद पिछले साल की तुलना में इस वर्ष तैयारियां अच्छी तरह से की जा रही हैं। घोड़े खच्चर संचालन का सिस्टम भी सही किया गया है। उन्होंने कहा कि इस साल की यात्रा व्यवस्थाओं से तीर्थयात्री अच्छा संदेश लेकर जाएंगे।