रांची। झारखंड के कथित खनन घोटाले में मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा के घर से छापे के दौरान ईडी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बैंक पासबुक और हस्ताक्षर की हुई चेक बुक मिली है. खनन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही ईडी का दावा है कि मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा हेमंत सोरेन का करीबी है. ईडी ने पंकज मिश्रा को 19 जुलाई को PMLA एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था. मिश्रा के अलावा इस मामले में बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश को भी आरोपी बनाया गया है. दोनों को 4 और 5 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. दोनों न्यायिक हिरासत में हैं.
ईडी ने खनन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच 8 मार्च से साहिबगंज में मिश्रा के खिलाफ एफआईआर के बाद शुरू की थी. इस मामले में ईडी ने PMLA कोर्ट के सामने 16 सितंबर को चार्जशीट दाखिल की थी. ईडी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल का बयान भी दर्ज किया है. इसमें कथित तौर पर कहा गया है कि उनकी मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने पंकज मिश्रा को संथाल परगना से पत्थर और रेत खनन से आने वाला धन सीधे प्रेम प्रकाश को सौंपने के लिए कहा था.
प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर ईडी ने 24 अगस्त को छापेमारी की थी. इस दौरान ईडी को झारखंड पुलिस की दो AK-47 राइफल भी मिली थीं. हेमंत सोरेन इन दिनों ऑफिस ऑफ प्रॉफिट के आरोपों में घिरे हैं. उन पर 2021 में खुद को खनन दिलाने का आरोप है. चुनाव आयोग ने सदस्यता रद्द करने की मांग वाली याचिका पर राज्यपाल रमेश बैस को अगस्त में सिफारिश भी भेजी थी.
हेमंत सोरेन ने इस सिफारिश को सार्वजनिक करने की मांग की थी. हालांकि, चुनाव आयोग ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था. ईडी की चार्जशीट के मुताबिक, 8 जुलाई को ईडी को छापेमारी के दौरान पंकज मिश्रा के आवास से मिले दस्तावेजों में सोरेन की पासबुक भी है. ईडी के मुताबिक, एक बंद लिफाफे में पासबुक और दो चेक बुक मिली हैं, जिनमें दो चेक पर हस्ताक्षर भी हैं. हेमंत सोरेन का बैंक ऑफ इंडिया साहिबगंज में खाता है. इतना ही नहीं ईडी ने रवि केजरीवाल समेत 43 गवाहों के बयानों का जिक्र किया है. जेएमएम ने 2019 में सत्ता में आने के बाद रवि केजरीवाल को पद से हटा दिया था. हालांकि, यह जानकारी पार्टी ने नहीं दी थी, कि उन्हें क्यों हटाया गया है.