अयोध्या: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्री रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर शनिवार को अयोध्या पहुंचे। मुख्यमंत्री ने प्रभु श्री राम के चरणों में शीश झुकाया व रामलला की उतारी आरती। सीएम ने जन्मभूमि पथ पर खड़े श्रद्धालुओं का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद मुख्यमंत्री श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पहुंचे और श्री रामलला के चरणों में शीश झुकाया। मुख्यमंत्री ने यहां विधिवत दर्शन-पूजन भी किया। मुख्यमंत्री ने यहां श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास जी महाराज से भी आशीर्वाद प्राप्त किया। सीएम योगी ने साधु संतों के साथ भोजन प्रसाद भी ग्रहण किया। महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक वेदप्रकाश गुप्त, रामचंद्र यादव आदि जनप्रतिनिधियों व भाजपा नेताओं ने रामकथा पार्क पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। सीएम योगी प्रतिष्ठा द्वादशी के मुख्य कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे।
इसी के साथ अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर शनिवार को भव्य उत्सव और धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। समूचा परिसर कई फूलों से सजाया गया है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके पहले 4 जनवरी को भी अयोध्या आए थे। उस दिन उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की, फिर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की थी।
ज्ञात हो कि प्राण प्रतिष्ठा के वार्षिकोत्सव को प्रतिष्ठा द्वादशी नाम दिया गया है। इस अवसर पर पुजारियों ने रामलला का दूध, दही, घी, शहद, शक्कर से अभिषेक किया। फिर गंगाजल से नहलाने के बाद रामलला का श्रृंगार किया गया। उन्हें सोने और चांदी के तारों से बुने गए वस्त्र पहनाए गए।
इसके साथ ही रामलला की पहली वर्षगांठ पर शनिवार से तीन दिवसीय उत्सव शुरू गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 11 से 13 जनवरी तक तीन दिवसीय उत्सव मनाने की घोषणा की है। अयोध्या के भव्य मंदिर में रामलला 22 जनवरी 2024 को विराजमान हुए थे। इस वर्ष 11 जनवरी को बीते वर्ष के मुहूर्त के अनुसार प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव मनाया जा रही है। शनिवार से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाएगी।