मुख्यमंत्री उद्धव के बयान से अटकलें तेज, क्या फिर एक साथ आएंगे भाजपा-शिवसेना?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के शुक्रवार को दिए बयान से एक बार महाराष्ट्र की सियासत तेज हो गई है
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के शुक्रवार को दिए बयान से एक बार महाराष्ट्र की सियासत तेज हो गई है। उद्धव ने एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता राव साहेब दानवे को भविष्य के साथी बताया। इसके बाद से ही राजनीति के गलियारों में शिवसेना और भाजपा के फिर साथ आने की अटकलें लगाई जाने लगीं।
दरअसल, सीएम उद्धव औरंगाबाद में एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री दानवे भी मंच पर मौजूद थे। संबोधन के दौरान उद्धव ने दानवे की ओर इशारा करते हुए कहा कि मंच पर बैठे मेरे पूर्व, मौजूदा और यदि हम साथ आते हैं तो भविष्य के सहयोगी। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे एक कारण से रेलवे पसंद है। आप ट्रैक नहीं छोड़ सकते और दिशा भी नहीं बदल सकते। अगर कोई डायवर्जन हो तो आप हमारे स्टेशन पर आ सकते हैं, लेकिन इंजन पटरियों को नहीं छोड़ता है।
बता दें कि उद्धव के करीबी और सरकार में मंत्री अनिल परब के खिलाफ हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू की है। मामले में छापेमारी भी की गई है। इन घटनाओं और उद्धव के हालिया बयान को देखते हुए तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि, शिवसेना के नेताओं ने भाजपा के साथ आने की अफवाहों को खारिज किया है। वहीं, विपक्ष के नेता और पूर्व मुयमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी ऐसी अटकलों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल शिवसेना और भाजपा के साथ आने की कोई संभावना नहीं है।
इससे पहले जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्धव ठाकरे के बीच बैठक हुई थी। दोनों की मुलाकात करीब 45 मिनट तक चली थी। तब भी दोनों दलों के साथ आने को लेकर अटकलें लगाई गई थीं। इस पर शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा था कि उद्धव और पीएम मोदी दुश्मन नहीं हैं। वे जब चाहे एक-दूसरे से मुलाकात कर सकते हैं।