मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मी के खिलाफ जांच के दिए निर्देश, जानिए पूरा मामला
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झारखंड। झारखंड के गिरिडीह में पुलिस छापेमारी के दौरान एक नवजात बच्चे की मौत की खबर है. आरोप है कि बुधवार को छापेमारी करने गए एक पुलिसकर्मी के बूट के नीचे दबकर एक नवजात बच्चे की मौत हो गई. यह बच्चा मात्र चार दिन का था. परिजनों के इस आरोप के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जांच के आदेश दे दिए हैं.
यह घटना देवरी पुलिस थाने के कोशोडिंघी गांव की है. बुधवार को पुलिस एक मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी के लिए कोशोडिंघी गांव के एक घर पहुंची थी, जहां परिजनों ने तलाशी के दौरान बच्चे को बूट से कुचलने के आरोप लगाए गए हैं. गिरिडीह के पुलिस अधीक्षक अमित रेणु ने बताया कि आरोप है कि चार दिन के बच्चे के उस समय मौत हो गई, जब पुलिस एक मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी के लिए एक घर गई थी. प्रथम दृष्टया नवजात के शरीर पर किसी तरह की बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस कुछ कहने की स्थिति में होगी.
उन्होंने कहा कि मजिस्ट्रेट की निगरानी में डॉक्टरों की एक टीम ऑटोप्सी करेगी. इस प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी होगी. फिलहाल हमारे पास कोई सूचना नहीं है कि किसी पुलिसकर्मी ने नवजात को कुचल दिया. अगर ये आरोप सही पाए जाते हैं तो दोषी पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा.
एसपी ने कहा कि नवजात बच्चे के दादा भूषण और एक अन्य शख्स को गिरफ्तार करने के लिए चार से पांच पुलिसकर्मी उनके घर गए थे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामला संज्ञान में आने के बाद जांच के आदेश दे दिए हैं. इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें भूषण पांडेय नाम का शख्स कह रहा है कि बुधवार तड़के 3.20 बजे पुलिस ने उनके घर पर छापेमारी की. जब दरवाजा नहीं खोला तो उन्होंने जबरन दरवाजा खोल दिया. मैं और घर की महिलाएं भागकर बाहर आ गए. पुलिसकर्मी उस कमरे में तलाशी करते रहे, जिस कमरे में चार दिन का मासूम सो रहा था. पुलिसकर्मी ने बूट से बच्चे को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई.