छपरा से दर्दनाक खबर आ रही है। यहां बालू लदी नाव गंगा में पलट गई। नाव पर 14 मजदूर सवार थे। सभी मजदूरों के डूबने की आशंका जताई जा रही है। मामले की जानकारी मिलते ही आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं और राहत-बचाव कार्य किया जा रहा है। कुछ मजदूरों के तैर कर बाहर आने की बात कही जा रही है, लेकिन पुष्टि कोई नहीं कर रहा है। आंधी और तेज हवाओं को घटना का कारण बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि डोरीगंज और मनेर की सीमा पर नास के पास हादसा हुआ है। कोईलवर से बालू लाद कर नाव लौट रही थी। नाव पर बालू लादने और उतारने वाले मजदूरों के साथ ही मल्लाह भी थे। गंगा में लापता हुए मजदूर मुजफ्फरपुर और मोतिहारी के बताए जा रहे हैं। गोताखोरों को भी मौके पर बुलाया गया है। गंगा में बढ़ाव और बहाव ज्यादा होने से अधिकारी एक तरह से असहाय बने हुए हैं। मोटर बोट से घटनास्थल पर पड़ताल हो रही है।
घटना के समय गंगा नदी में उठ रही ऊंची लहरों में तीन नावें फंस गई थीं। इनमें खाली दो नाव और उस पर सवार लोग किसी तरह बचकर निकल गए जबकि तीसरी नाव बालू लदा होने के कारण गंगा नदी में गोता खाकर समा गई। गंगा नदी में उठ रही ऊंची लहरों के कारण अन्य नाव पर सवार लोग डूब रहे लोगों की मदद नहीं कर पाए। देर शाम तक किसी मजदूर या नाविक के तैरकर बाहर निकलने की सूचना नहीं मिली है। सूत्रों ने बताया कि बालू लदी नाव सारण के डोरीगंज थानाक्षेत्र के दियारे के बलवान टोला गांव की थी।