ठगी: कारोबारी को लगाया 2 करोड़ का चूना, आरोपी ने गृहमंत्री के नाम का किया इस्तेमाल
जानें पूरा मामला।
राजधानी दिल्ली में ठगी का एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें ठगों ने खुद को गृहमंत्री अमित शाह का पार्टनर बताकर मुंबई के एक कारोबारी से 2 करोड़ रुपए ठग लिए. पैसे देने वालों को जब अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने आरोपियों से पैसे वापस मांगे, लेकिन वे पैसे देने में आनाकानी करते रहे. पीड़ितों ने पुलिस के पास मामले की शिकायत दर्ज कराई है.
पुलिस के मुताबिक मामला दिल्ली स्पेशल सेल ने जुलाई की शुरुआत में दर्ज किया था. मुंबई के कारोबारी प्रवल चौधरी ने स्पेशल सेल को बताया था कि राहुल शाह, अनीश बंसल और बृजेश रतन नाम के व्यक्तियों ने उनके साथ 2 करोड़ रुपए की ठगी की है. आरोपियों ने पीड़ित को गृहमंत्री से मिलवाने के नाम पर दिल्ली में 99 कुशक रोड पर बुलाया था. कारोबारी के मुताबिक 100 करोड रुपए में काम होना था, 2 करोड़ रुपए बतौर एडवांस दिया गया था. इस मामले में अभी तक कोई गिराफ्तारी नही हुई है.
पीड़ित के मुताबिक आरोपियों ने उन्हें बताया था कि गृहमंत्री शाह उनके सामने रहते हैं. उनके बेटे जय शाह से आरोपियों की गहरी दोस्ती है. आरोपियों ने यह भी कहा था कि वे जय शाह के साथ नारायणी ग्रुप समेत सभी बिजनेस में पार्टनर हैं.
एक आरोपी बृजेश रतन ने खुद को रेलवे बोर्ड चेयरमैन का बेटा बताते हुए कहा कि वह गृहमंत्री शाह से मुलाकात करा सकता है. दूसरे आरोपी राहुल शाह ने पीड़ित को 2 करोड़ रुपए लेकर 99, कुशक रोड बंगले पर मिलने के लिए बुलाया. सोमवार को जब पीड़ित मिलने निकला तो तीसरे आरोपी अनीश बंसल ने कहा कि अब देर हो गई है. अब पैसे लेकर बेस्ट पटेल नगर ऑफिस पहुंचना है.
आरोपियों ने पीड़ित से पैसे छोड़कर जाने के लिए कहा. उन्होंने बताया कि बृजेश रतन के ससुर नेपाल के राजपरिवार से हैं. उनके पिताजी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ रोज का उठना-बैठना है. वो किसी को भी राज्यसभा का टिकट दिलवा सकते हैं. किसी को भी राज्यपाल बनवा सकते हैं.
बृजेश ने पीड़ित से कहा था कि 2 करोड़ का टोकन लेकर वह गृहमंत्री शाह के बंगले पर जाएगा. इसके बाद रात में ही पीड़ितों के पास गृहमंत्री का फोना आएगा. फोन पर पूरी प्रक्रिया बताई जाएगी. समझ न आने पर आने पर टोकन मनी वापस मिल जाएगी. पीड़ित फोन के इंतजार में रातभर जागते रहे, लेकिन उनके पास कोई फोन नहीं आया. आरोपियों को कॉल करने पर नंबर बिजी आता रहा. बाद में आरोपियों ने पैसे वापस करने की बात कही, लेकिन कुछ समय बाद अपनी बात से फिर पलट गए.