ठगी: ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर बेचे फायर एक्सटिंग्विशर, शातिर तीन आरोपी गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने तीन ऐसे शातिर लोगों को गिरफ्तार किया है,

Update: 2021-05-05 18:05 GMT

दिल्ली पुलिस ने तीन ऐसे शातिर लोगों को गिरफ्तार किया है, जो कोरोना के दौर में ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे थे. पुलिस ने आरोपियों के ठिकाने से भारी मात्रा में फायर एक्सटिंग्विशर और ऑक्सीजन सिलेंडर के नोजल बरामद किए हैं. पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक समेत 3 आरोपियों को पकड़ा है.

ऑक्सीजन के नाम पर ठगी
इस मामले का खुलासा राधा वल्लभ सेवा संघ नाम की एक एनजीओ की शिकायत पर हुआ, जो कोरोना के मरीजों को मुफ्त ऑक्सीजन सिलेंडर देती है. एनजीओ ने मामले की शिकायत करते हुए शाहदरा जिला पुलिस को बताया कि एक ऑक्सीजन सिलेंडर डिस्ट्रीब्यूटर से उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए संपर्क किया था, जिनका गोदाम और फैक्ट्री वर्षा इंजीनियरिंग के नाम से अपनी कॉलोनी, अलीपुर, दिल्ली में स्थित है. पहले वहां से 4.5 लीटर का ऑक्सीजन सिलेंडर 5500 रुपये में मिला था.
दोगुनी कीमत पर बिक्री
इसके बाद एनजीओ की ओर से डिस्ट्रीब्यूटर के मोबाइल नंबर- 9212446310 पर और सिलेंडर लेने के लिए संपर्क किया गया. जिस पर उसने कहा कि अब 4.5 लीटर ऑक्सीजन सिलेंडर 13000 का मिलेगा. जब एनजीओ के प्रतिनिधि ने डिस्ट्रीब्यूटर से पूछा कि ये कीमत तो पिछली बार से दोगुनी है. तो वितरक ने उन्हें बताया कि वो सरकार को ज्यादा टैक्स का भुगतान कर रहा है.
टैक्स का बहाना
उससे बात करने के बाद शिकायतकर्ता ने इस बारे में संबंधित जानकारों से पूछताछ की तो पता चला कि इस तरह का कोई टैक्स ऑक्सीजन सिलेंडर पर नहीं लगाया गया है. तब जाकर एनजीओ के लोगों को पता चला कि वो डिस्ट्रीब्यूटर ऑक्सीजन की कालाबाजारी कर आम जनता को धोखा दे रहा है. तब एनजीओ की और से पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई.
पुलिस ने दी दबिश
इस मामले की जांच थाना फर्श बाजार के एसआई धीर सिंह को दी गई थी. जिन्होंने डिस्ट्रीब्यूटर के ठिकाने पर छापेमारी करने के लिए एक टीम का गठन किया. इसके बाद पुलिस की टीम दबिश देने अलीपुर इलाके की अपनी कॉलोनी में खसरा नंबर 462 पर पहुंची. जहां तीन व्यक्ति कुछ फायर एक्सटिंग्विशर के लाल सिलेंडरों को काले रंग में रंगते हुए पकड़े गए.
पकड़े गए आरोपी
पकड़े गए लोगों में डिस्ट्रीब्यूटर रवि शर्मा (40) के साथ शंभू शाह (30) और अब्दुल (38) शामिल हैं. आगे की जांच में पता चला कि डिस्ट्रीब्यूटर रवि शर्मा वहां लाए गए फायर एक्सटिंग्विशर के लाल सिलेंडरों से लाल रंग हटवाकर उन्हें काला करवा रहा था. जिनका इस्तेमाल सीओ2 के लिए किया जाता है. दरअसल, वो उन सिलेंडरों को शंभू शाह और अब्दुल की मदद से ऑक्सीजन सिलेंडर के रूप में बदल रहा था.
बरामदगी
इस प्रकार रवि शर्मा और उसके साथियों ने शिकायतकर्ता को भी ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर आग बुझाने वाले सिलेंडर बेचकर उनके साथ धोखाधड़ी की. इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ शाहदरा जिले के थाना फर्श बाजार में आईपीसी की धार 420, 120-बी, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों के कब्जे से 532 आग बुझाने वाले गैस सिलेंडर, 26 ऑक्सीजन सिलेंडर नोजल, 2 इलेक्ट्रिक ग्राइंडर, 3 सिल्वर कलर स्प्रे-पेंट के डिब्बे, ब्लैक पेंट बॉक्स आदि समेत 49500 रुपये नगद बरामद किए गए हैं.
लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया
पूछताछ में पता चला है कि आरोपी खाली या खत्म हो चुके अग्निशामक सिलेंडर को इकट्ठा करते थे. फिर इसे या तो स्क्रैप के रूप में बेचते थे या फिर अग्निशमन के लिए इनमें सीओ 2 भरते थे. कोरोना महामारी में ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग को देखते हुए मुख्य आरोपी रवि शर्मा ने मूल सिलेंडर के लाल रंग को हटाकर उस पर काला रंग किया और ऑक्सीजन सिलेंडर का नोजल लगाकर ठगी की साजिश रची. रवि ने बताया कि वो पहले कई लोगों को ऐसे सिलेंडर बेच चुका है. पुलिस के मुताबिक उसने कई लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया है. उसने ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाया, जो ऑक्सीजन की तलाश में मारे-मारे घूम रहे थे.
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