मोबाइल टावर लगाने के नाम पर लाखों की ठगी, ठगबाज गिरफ्तार

पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

Update: 2024-05-23 09:42 GMT
डिंडौरी। मोबाइल टावर लगाने के नाम पर जिला मुख्यालय की एक महिला के साथ लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। कोतवाली पुलिस ने हरियाणा के निवासी आरोपित को गिरफ्तार किया है। गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान एसपी वाहिनी सिंह ने ठगी के मामले का खुलासा किया। एसपी ने बताया कि जिला मुख्यालय के नर्मदा गंज निवासी महिला संगीता जैन पति संगीत जैन उम्र 42 वर्ष के साथ कुल 7 लाख 69 हजार रुपये की ठगी हुई थी। चार मोबाइल, 7 सिम कार्ड, एक स्मार्ट वॉच, तीन एटीएम कार्ड और 50 हजार नकद बरामद किए गए हैं। एसपी ने बताया कि मोबाइल टावर लगाने के नाम पर आरोपित रविंद्र दलाल पिता धर्मवीर जाट उम्र 29 वर्ष निवासी असौदा सीवान तहसील बहादुरगढ़ जिला झज्जर हरियाणा ने झांसा देकर महिला से अलग-अलग किस्तों में लाखों रुपये लिए। आरोपित ने झांसा गया कि उनकी जमीन में मोबाइल टावर लगने पर 7 लाख रुपये एडवांस और 50 हजार रुपये हर महीने दिए जाएंगे। साथ ही टावर के रखरखाव के लिए दो व्यक्तियों को नौकरी भी देने की बात कही गई थी।
लालच में आकर महिला द्वारा मोबाइल से संपर्क कर अलग-अलग किस्तों में राशि आरोपित के खातों में भेजे। मामला पुलिस तक पहुंचाने के बाद जांच में संबंधित खाता हरियाणा का मिला। उप निरीक्षक अनुराग जामदार की अगुवाई में पुलिस टीम ने आरोपित को मशक्कत के बाद गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपित के विरुद्ध धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपित को रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी। इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक अनुराग जामदा, केएन सिंह, सहायक उप निरीक्षक सिराज खान, अखिलेश श्रीवास, आरक्षक विनोद माहोर, साइबर सेल से मुकेश प्रधान का महत्वपूर्ण योगदान रहा। पुलिस अधीक्षक द्वारा इस कार्रवाई में शामिल टीम को पुरस्कार करने की बात कही गई है।
इस तरह के ठगी के मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई कर पहली बार आरोपित को दूसरे प्रदेश से गिरफ्तार कर डिंडौरी लाया गया है। भाजपा जिला अध्यक्ष अवध राज बिलैया ने बताया कि पीड़ित महिला बहुत परेशान थी। जब वह भाजपा कार्यालय आई तो उसे समझाईश देने के साथ उसका आवेदन कार्यालय में ही बनवाकर पुलिस अधीक्षक के पास भेजा गया था। जिला संगठन स्तर से भी लगातार इस ओर पहल की जा रही थी। इसी के चलते यह सफलता सामने आई है। जिले में मोबाइल टावर लगाने के नाम पर धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं। यद्यपि जागरूकता के आभाव में लोग ठगी का शिकार होने के बाद भी शिकायत दर्ज नहीं कराते। आरोपित द्वारा अन्य मजदूरों के नाम से खाता खुलवाकर पैसा मंगवाया जा रहा था। आरोपित के खाते में अभी दो से ढाई लाख रुपये होना बताया जा रहा है। शेष राशि वह खर्च कर चुका है।
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