फर्जी अधिकारी बनकर सर्राफा व्यापारी से ठगी, लगाया 3 लाख का चूना

बड़ी खबर

Update: 2021-09-14 17:08 GMT

जयपुर. राजस्थान की राजधानी जयपुर की माणक चौक थाना पुलिस ने शातिर ठग सुरेश को गिरफ्तार किया है. सुरेश पर फर्जी अधिकारी बनकर सर्राफा व्यापारी से साढ़े तीन लाख रुपए ठगने का आरोप है. खास बात यह है कि यह आदतन ठग कभी राजनेता बन जाता है कभी फर्जी अधिकारी बन जाता है. डीसीपी नॉर्थ परिस देखमुख ने बताया कि 7 सितंबर को सरार्फा टैडर्स कमेटी जयपुर के अध्यक्ष कैलाश मित्तल को किसी व्यक्ति द्वारा फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर साढ़े तीन लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया था. इस पर मानक चौक थाना पुलिस ने धारा 170 ,419, 420 आईपीसी और 66 डी आईटी एक्ट में मामला दर्ज कर जांच और आरोपी की तलाश शुरू की गई.

माणक चौक थाने का SHO बनकर ठगी
सर्राफा व्यापारी कैलाश मित्तल के साथ ठगी के मामले का खुलासा तब हुआ जब कैलाश मित्तल माणक चौक थाने के एसएचओ सुरेंद्र यादव से मिले. दरअसल, शातिर ठग सुरेश ने सर्राफा व्यापारी कैलाश मित्तल को माणक चौक थाने के एसएचओ सुरेंद्र यादव बनकर ही फोन किया था. पुलिस ने बताया कि ठग सुरेश ने एसएचओ बनकर सर्राफा व्यापारी कैलाश मित्तल को फोन किया और अपने रिश्तेदार जज की तबीयत खराब होने और जोधपुर में भर्ती होने का हवाला देकर साढ़े तीन लाख रुपए मांगे लिए. एसएचओ सुरेंद्र यादव को जब यह बात पता चली तो वह खुद वह भोचक्के रह गए.
पुलिस ने तुरंत एक्शन लेकर ठग को किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में एक टीम का गठन करते हुए तकनीकी सहायता से ब्यावर से आरोपी सुरेश कुमार घांची उर्फ भैराराम उर्फ मैरिया को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी सुरेश कुमार रजत सागर रामदेव रोड पुलिस थाना कोतवाली जिला पाली का रहने वाला है.
कई लोगों को बना चुका है ठगी का शिकार
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शातिर ठग सुरेश के खिलाफ प्रदेश के अलग-अलग स्थानों में 61 मामले दर्ज है. सुरेश ठगी की वारदातों को बहुत ही सफाई से अंजाम देता है. अभियुक्त सुरेश कुमार घांची कभी अधिकारी बन जाता है तो कभी राजनेता बनकर ठगी कर लेता है. इसके अलावा व्यवासायिक प्रतिष्ठान का फर्जी प्रमुख बनकर भी ठगी करने का सक्रिय अपराधी है. बताया जाता है कि सुरेश कुमार ने एसपी, एमएलए बनकर भी ठगी की वारदातों को अंजामदिया करता था.
शातिर ठग सुरेश के खिलाफ विभिन्न थानों में करीब 61 प्रकरण दर्ज हैय आरोपी 13 महीने से बांसवाडा में 35 लाख की इसी प्रकार की ठगी करने के अपराध में जेल में बंद था. करीब 15 दिन पहले ही जमानत पर बाहर आया था. जमानत पर बाहर आते ही लोगों को ठगी का शिकार बनाना उसने फिर से शुरू कर दिया.
Tags:    

Similar News

-->